Shani ki Mahadasha: कितने साल तक चलती है शनि की महादशा और अंतर्दशा और कैसे करें न्याय के देवता को प्रसन्न?
वर्तमान समय में न्याय के देवता शनिदेव (Shani ki Mahadasha) मीन राशि में विराजमान हैं। इस राशि में शनिदेव 03 जून 2027 तक रहेंगे। इस दिन शनिदेव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से वृषभ राशि के जातकों पर साढ़ेसाती शुरू होगी।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन न्याय के देवता की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाही मुराद पाने के लिए शनिवार का व्रत रखा जाता है। शनिदेव को कर्मफल दाता भी कहा जाता है। शनिदेव की कृपा से व्यक्ति अल्प समय में सफल हो जाता है। अपने जीवन में तरक्की और उन्नति की राह पर अग्रसर रहता है।
ज्योतिष करियर और कारोबार में सफलता पाने के लिए शनिदेव की पूजा करने की सलाह देते हैं। इसके लिए साधक शनिवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद भक्ति भाव से शनिदेव की पूजा करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि शनि की महादशा और अंतर्दशा कितने साल तक चलती है? आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
शनि की महादशा
ज्योतिषियों की मानें तो शनि की महादशा 18 साल और 11 महीने तक चलती है। आसान शब्दों में कहें तो शनि की महादशा कुल 19 साल तक चलती है। इस दौरान सबसे पहले शनि की अंतर्दशा चलती है। इसके बाद क्रमश: बुध, केतु, शुक्र, सूर्य, चंद्र, मंगल, राहु और गुरु की अंतर्दशा चलती है। अच्छे कर्म करने वाले जातकों पर शनिदेव की विशेष कृपा बरसती है। वहीं, बुरे कर्म करने वाले पर शनदेव की कुदृष्टि पड़ती है। इसके लिए नियमित रूप से शनिदेव की पूजा करनी चाहिए।
शनि की अंतर्दशा
शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक चलती है। वहीं, शनि की ढैय्या कुल ढाई साल तक रहती है। इस दौरान जातक को कर्मों के अनुसार फल मिलता है। जबकि, शनि की अंतर्दशा तीन साल तक चलती है। शनि की महादशा में सबसे पहले शनि की अन्तर्दशा चलती है। इसके बाद अन्य ग्रहों की अंतर्दशा चलती है।
शनिदेव को कैसे प्रसन्न करें?
ज्योतिषियों का मत है कि देवों के देव महादेव की पूजा करने से न्याय के देवता शनिदेव प्रसन्न होते हैं। अपनी कृपा साधक पर बरसाते हैं। इसके लिए नियमित रूप से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। हनुमान जी की पूजा करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इसके लिए रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके साथ ही शनिदेव की भी पूजा और साधना करें।
यह भी पढ़ें- Shani Gochar 2025: 18 अगस्त से इन राशियों पर बरसेगी शनिदेव की कृपा, धन से भर जाएगी तिजोरी
यह भी पढ़ें- Shani Mantra: शनिवार को पूजा के समय जपें ये शक्तिशाली मंत्र, हर परेशानी होगी दूर और बनेंगे बिगड़े काम
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।