Guru Gochar 2025: अगले साल से इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, धन की समस्या होगी दूर
ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में गुरु मजबूत होने पर अविवाहित लड़कियों की शीघ्र शादी हो जाती है। गुरु की कृपा से आय सुख और वंश में वृद्धि होती है। जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करने से कुंडली में गुरु (Guru Gochar 2025) मजबूत होता है। गुरु कर्क राशि में उच्च के होते हैं। इसके लिए कर्क राशि के जातकों को हमेशा शुभ फल देते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को ज्ञान का कारक माना जाता है। कुंडली में गुरु मजबूत रहने पर जातक धर्मवान और ज्ञानवान होता है। साथ ही जातक सत्य मार्ग पर अग्रसर रहता है। वहीं, कमजोर गुरु के चलते जातक को करियर में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष भी मनमुताबिक सफलता पाने के लिए कुंडली में गुरु मजबूत करने की सलाह देते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो अगले साल देवगुरु बृहस्पति राशि परिवर्तन करेंगे। देवगुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन (Guru Gochar 2025) से चार राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं-
गुरु गोचर
ज्योतिषियों की मानें तो देवगुरु बृहस्पति 14 मई को राशि परिवर्तन करेंगे। 14 मई, 2025 को देर रात 10 बजकर 36 मिनट पर देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। देवगुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन से वृषभ राशि के जातकों समेत अन्य 3 राशि के जातकों को लाभ होगा।
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वृषभ राशि
वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि में विराजमान हैं। इस राशि में 13 मई तक देवगुरु बृहस्पति रहेंगे। इसके अगले दिन देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में गोचर करेंगे। देवगुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन से वृषभ राशि के जातकों को लाभ प्राप्त होगा। धार्मिक यात्रा के योग बनेंगे। पैतृक संपत्ति में हिस्सा प्राप्त होगा। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। गुरु के मिथुन राशि में गोचर के दौरान मोटापा बढ़ सकता है। इसके लिए खानपान बढ़ सकता है। विशेष कार्य में सफलता मिल सकती है।
सिंह राशि
देवगुरु बृहस्पति के मिथुन राशि में गोचर करने से सिंह राशि के जातकों को भी लाभ प्राप्त होगा। धन लाभ हो सकता है। अन्य भौतिक सुखों की भी प्राप्ति होगी। मनोकामना पूर्ण होगी। आय के नवीन स्तोत्र बनेंगे। हालांकि, धन खर्च करने में कंजूसी दिखा सकते हैं। इससे परिवार में अनबन हो सकती है। प्रशासनिक विभाग द्वारा सम्मान प्राप्त होगा। राजकीय सुख की भी प्राप्ति होगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए आगामी वर्ष बेहद शुभ रहने वाला है। केतु के सिंह राशि में गोचर करने से कन्या राशि के जातकों को मायावी ग्रह से मुक्ति मिलेगी। वहीं, गुरु की कृपा से पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। निवेश से लाभ होगा। रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे। स्वजनों से प्यार मिलेगा। करियर को नया आयाम मिलेगा।
तुला राशि
गुरु के राशि परिवर्तन से तुला राशि की फूटी किस्मत बदल सकती है। शनिदेव की भी कृपा तुला राशि के जातकों पर बरसेगी। वहीं, देवगुरु बृहस्पति की कृपा से भाग्य का साथ मिलेगा। तीर्थ यात्रा के योग बनेंगे। घर पर शुभ कार्य का आयोजन होगा। मान-समान, यश और कीर्ति में वृद्धि होगी। गुरुजनों का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होगा। उनकी कृपा-दृष्टि से सकल मनोरथ सिद्ध होंगे। आर्थिक तंगी से निजात मिलेगी।
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