Vijaya Ekadashi 2025: विजया एकादशी पर इन चीजों से करें भगवान विष्णु का अभिषेक, आर्थिक तंगी से मिलेगी निजात
एकादशी तिथि (Vijaya Ekadashi 2025 Puja Vidhi) पर तुलसी माता की पूजा करने से जगत के पालनहार भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। भगवान विष्णु की कृपा से साधक के जीवन में सुखों का आगमन होता है। साथ ही सुख और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है। एकादशी तिथि पर मंदिरों में लक्ष्मी नारायण जी की विशेष पूजा की जाती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, सोमवार 24 फरवरी को विजया एकादशी है। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर एक मनोकामना पूरी होती है।
ज्योतिष शास्त्र में एकादशी के दिन विशेष उपाय करने का विधान है। इन उपायों को करने से धन समेत जीवन में व्याप्त हर परेशानी दूर हो जाती है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो विजया एकादशी के दिन इन चीजों से भगवान विष्णु का अभिषेक करें।
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इन चीजों से करें अभिषेक
- अगर आप मानसिक तनाव से निजात पाना चाहते हैं, तो विजया एकादशी के दिन गाय के कच्चे दूध से भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से चंद्रमा मजबूत होगा। चंद्रमा के मजबूत होने से मानिसक तनाव से मुक्ति मिलती है।
- अगर आप आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो विजया एकादशी के दिन गन्ने के रस से भगवान विष्णु का अभिषक करें। इस उपाय को करने से धन की समस्या दूर होती है। साथ ही भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- अगर आप जीवन में व्याप्त दुख और संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो नारियल जल से जगत के पालनहार भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
- अगर आप मनचाही मुराद पाना चाहते हैं, तो विजया एकादशी के दिन भक्ति भाव से भगवान विष्णु की पूजा करें। वहीं, पूजा के समय पंचामृत से भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से पद-प्रतिष्ठा, मान-सम्मान और धन में वृद्धि होगी।
- अगर आप जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो विजया एकादशी के दिन स्नान-ध्यान के बाद गंगाजल पानी से नारायण जी का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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