Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Utpanna Ekadashi 2023: उत्पन्ना एकादशी पर इस विधि से करें भगवान विष्णु का अभिषेक, मिलेगी हर कार्य में सफलता

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Wed, 06 Dec 2023 04:31 PM (IST)

    Utpanna Ekadashi 2023 हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई एकादशी तिथि का विशेष महत्व माना गया है। माना जाता है कि उत्पन्ना एकादशी से ही एकादशी व्रत की शुरुआत हुई थी। मार्गशीर्ष माह में 08 दिसंबर शुक्रवार के दिन उत्पन्ना एकादशी का व्रत किया जाएगा। ऐसे में आइए जानते हैं भगवान विष्णु की जलाभिषेक और पूजा की विधि।

    Hero Image
    Utpanna Ekadashi 2023 उत्पन्ना एकादशी के दिन इस विधि से करें भगवान विष्णु का जलाभिषेक।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Utpanna Ekadashi 2023 Vrat: एकादशी तिथि को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति के लिए सबसे उत्तम माना गया है। कई साधक इस विशेष तिथि पर प्रभु श्री हरि की पूजा के साथ-साथ व्रत भी करते हैं। मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से भी जाता है। भगवान विष्णु की पूजा के दौरान जलाभिषेक भी किया जाता है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शुभ मुहूर्त (Utpanna Ekadashi Shubh Muhurat)

    मार्गशीर्ष माह की एकादशी तिथि 08 दिसंबर को सुबह 05 बजकर 06 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही इसका समापन 09 दिसंबर सुबह 06 बजकर 31 पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार उत्पन्ना एकादशी का व्रत 08 दिसंबर को रखा जाएगा। वहीं, वैष्णव संप्रदाय के लोग यह व्रत 09 दिसंबर को रखेंगे।

    यह भी पढ़ें - Bhaumvati Amavasya 2023: क्या है भौमवती अमावस्या का महत्व, हनुमान जी की पूजा से मिलेगा समस्याओं से छुटकारा

    इस विधि से करें पूजा (Lord Vishnu puja vidhi)

    एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत होकर व्रत संकल्प लें। पूजा के दौरान भगवान विष्णु को पीली मिठाई का भोग लगाना चाहिए, क्योंकि पीला रंग भगवान श्री हरि का प्रिय माना गया है। भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी जी का भी पूजन करें। इस दिन पीपल के पेड़ में जल अर्पित करना भी शुभ माना जाता है।

    यह भी पढ़ें - Utpanna Ekadashi 2023: कथा के बिना अधूरा है एकादशी व्रत, जानिए कैसे प्रकट हुईं देवी उत्पन्ना एकादशी

    इस तरह करें अभिषेक

    एकादशी तिथि गाय के दूध (कच्चा दूध) में केसर मिलाकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। आप उत्पन्ना एकादशी के दिन दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भरकर भी भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का अभिषेक कर सकते हैं। इससे साधक को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

    WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'