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    Papmochani Ekadashi 2025: पापमोचनी एकादशी पर राशि अनुसार करें इन मंत्रों का जप, पूरी होगी मनचाही मुराद

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Mon, 24 Mar 2025 04:52 PM (IST)

    चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी (Papmochani Ekadashi 2025) तिथि पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। शिव योग का संयोग दोपहर 02 बजकर 53 मिनट तक है। इसके बाद सिद्ध योग का संयोग बन रहा है। वहीं वैष्णव पापमोचनी एकादशी पर द्विपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होगी।

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    Papmochani Ekadashi 2025: पापमोचनी एकादशी पर क्या करें और क्या न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, मंगलवार 25 मार्च को पापमोचनी एकादशी है। यह पर्व हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही लक्ष्मी नारायण जी के निमित्त एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।

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    धार्मिक मत है कि एकादशी व्रत को करने से साधक को पृथ्वी लोक पर सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त दुखों से मुक्ति मिलती है। साधक श्रद्धा भाव से एकादशी के दिन लक्ष्मी नारायण जी की पूजा एवं साधना करते हैं। अगर आप भी भगवान विष्णु की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो एकादशी के दिन पूजा के समय राशि अनुसार मंत्र का जप करें। वहीं, पूजा का समापन एकादशी आरती से करें।

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    राशि अनुसार मंत्र जप

    • मेष राशि के जातक पापमोचनी एकादशी पर पूजा के समय 'ऊँ श्री प्रभवे नम: और ऊँ श्री वामनाय नम: ' मंत्र का जप करें।
    • वृषभ राशि के जातक भगवान पापमोचनी एकादशी के दिन 'ऊँ श्री सुरेशाय नम: और ऊँ श्री प्रभवे नम:' मंत्र का जप करें।
    • मिथुन राशि के जातक भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए 'ऊँ श्री कमलनयनाय नम: ऊँ श्री श्रीपतये नम:' मंत्र का जप करें।
    • कर्क राशि के जातक पापमोचनी एकादशी पर 'ॐ शिवायै नमः और ऊँ श्री सुरेशाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • सिंह राशि के जातक पापमोचनी एकादशी के दिन 'ॐ महारात्र्यै नमः और ऊँ श्री ईश्वराय नम:' मंत्र का जप करें।
    • कन्या राशि के जातक एकादशी के दिन पूजा के समय 'ॐ भद्रकाल्यै नमः और ऊँ श्री दयानिधि नम:' मंत्र का जप करें।
    • तुला राशि के जातक पापमोचनी एकादशी के दिन 'ॐ कामाक्ष्यै नमः ऊँ श्री हयग्रीवाय नम: मंत्र का जप करें।
    • वृश्चिक राशि के जातक विष्णु जी की कृपा पाने के लिए 'ॐ शुभायै नमः और ऊँ श्री कपिलेश्वराय नम:'मंत्र का जप करें।
    • धनु राशि के जातक पापमोचनी एकादशी के दिन 'ॐ चामुण्डायै नमः और ऊँ श्री महीधराय नम:' मंत्र का जप करें।
    • मकर राशि के जातक पापमोचनी एकादशी के दिन 'ॐ देव्यै नमः और ऊँ श्री श्रीहरये नम:' मंत्र का जप करें।
    • कुंभ राशि के जातक भगवान विष्णु की पूजा के समय 'ॐ उमायै नमः और ऊँ श्री कृष्णाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • मीन राशि के जातक पापमोचनी एकादशी के दिन 'ॐ परमायै नमः और ऊँ श्री विश्वातमने नम:' मंत्र का जप करें।

    ॥ एकादशी माता की आरती ॥

    ॐ जय एकादशी, जय एकादशी,जय एकादशी माता।

    विष्णु पूजा व्रत को धारण कर,शक्ति मुक्ति पाता॥

    ॐ जय एकादशी...

    तेरे नाम गिनाऊं देवी,भक्ति प्रदान करनी।

    गण गौरव की देनी माता,शास्त्रों में वरनी॥

    ॐ जय एकादशी...

    मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना,विश्वतारनी जन्मी।

    शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,मुक्तिदाता बन आई॥

    ॐ जय एकादशी...

    पौष के कृष्णपक्ष की,सफला नामक है।

    शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा,आनन्द अधिक रहै॥

    ॐ जय एकादशी...

    नाम षटतिला माघ मास में,कृष्णपक्ष आवै।

    शुक्लपक्ष में जया, कहावै,विजय सदा पावै॥

    ॐ जय एकादशी...

    विजया फागुन कृष्णपक्ष मेंशुक्ला पापमोचनी ।

    पापमोचनी कृष्ण पक्ष में,चैत्र महाबलि की॥

    ॐ जय एकादशी...

    चैत्र शुक्ल में नाम कामदा,धन देने वाली।

    नाम वरूथिनी कृष्णपक्ष में,वैसाख माह वाली॥

    ॐ जय एकादशी...

    शुक्ल पक्ष में होयमोहिनी अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी।

    नाम निर्जला सब सुख करनी,शुक्लपक्ष रखी॥

    ॐ जय एकादशी...

    योगिनी नाम आषाढ में जानों,कृष्णपक्ष करनी।

    देवशयनी नाम कहायो,शुक्लपक्ष धरनी॥

    ॐ जय एकादशी...

    कामिका श्रावण मास में आवै,कृष्णपक्ष कहिए।

    श्रावण शुक्ला होयपवित्रा आनन्द से रहिए॥

    ॐ जय एकादशी...

    अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की,परिवर्तिनी शुक्ला।

    इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में,व्रत से भवसागर निकला॥

    ॐ जय एकादशी...

    पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में,आप हरनहारी।

    रमा मास कार्तिक में आवै,सुखदायक भारी॥

    ॐ जय एकादशी...

    देवोत्थानी शुक्लपक्ष की,दुखनाशक मैया।

    पावन मास में करूंविनती पार करो नैया॥

    ॐ जय एकादशी...

    परमा कृष्णपक्ष में होती,जन मंगल करनी।

    शुक्ल मास में होयपद्मिनी दुख दारिद्र हरनी॥

    ॐ जय एकादशी...

    जो कोई आरती एकादशी की,भक्ति सहित गावै।

    जन गुरदिता स्वर्ग का वासा,निश्चय वह पावै॥

    ॐ जय एकादशी...

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।