Varuthini Ekadashi 2025: इन चीजों के बिना अधूरी है वरूथिनी एकादशी की पूजा, अभी नोट करें सामग्री लिस्ट
वैदिक पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष में वरूथिनी एकादशी व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार वरूथिनी एकादशी व्रत करने से साधक को सभी पापों से छुटकारा मिलता है। साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। ऐसा माना जाता है कि वरूथिनी एकादशी की पूजा में विशेष चीजों को शमिल न करने से पूजा अधूरी होती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में सभी तिथि का विशेष महत्व है। इसी प्रकार हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर व्रत किया जाता है। इस तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए व्रत भी किया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह में वरूथिनी एकादशी व्रत 24 अप्रैल को किया जाएगा।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi 2025 Puja Samagri) व्रत करने से साधक को जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं। अगर आप वरूथिनी एकादशी की पूजा कोई बाधा नहीं चाहते हैं, तो वरूथिनी एकादशी से पहले पूजा सामग्री को एकत्रित कर लें, जिससे आपको पूजा का पूरा फल प्राप्त होगा।
वरूथिनी एकादशी पूजा सामग्री लिस्ट (Varuthini Ekadashi Puja Samagri List)
- फल
- आम के पत्ते
- कुमकुम
- अक्षत
- पंचमेवा
- पीला कपड़ा
- दीपक
- मिठाई
- चौकी
- धूप
- भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा
- तुलसी के पत्ते
- चंदन
वरूथिनी एकादशी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Varuthini Ekadashi 2025 Date and Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी की शुरुआत 23 अप्रैल को शाम 04 बजकर 43 मिनट से होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 24 अप्रैल को दोपहर 02 बजकर 32 मिनट पर होगा। इस प्रकार से 24 अप्रैल (Varuthini Ekadashi 2025 Date) को वरूथिनी एकादशी व्रत किया जाएगा।
करें इन चीजों का दान
वरूथिनी एकादशी व्रत का पारण करने के बाद मंदिर या गरीब लोगों में अन्न और धन समेत आदि चीजों का दान करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन चीजों का दान करने से धन लाभ के योग बनते हैं। साथ ही आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।
ऐसे करें मां तुलसी को प्रसन्न
एकादशी के दिन तुलसी पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। इस दिन तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाएं। साथ ही जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने मां तुलसी प्रसन्न होती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
भगवान विष्णु के मंत्र (Shri Vishnu Mantra)
- ॐ अं वासुदेवाय नम:
- ॐ आं संकर्षणाय नम:
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
- ॐ नारायणाय नम:
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ हूं विष्णवे नम:
- ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
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