Indira Ekadashi के दिन शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीजें, जीवन की सभी बाधाएं होंगी दूर
वैदिक पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर व्रत किया जाता है और भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। आश्विन माह के कृष्ण पक्ष में इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi 2025) मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करना शुभ माना जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कैसे करें महादेव को प्रसन्न।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जगत के पालनहार भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ माना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi 2025) के नाम से जाना जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन श्रीहरि की पूजा और व्रत करने से साधक को सभी पापों से छुटकारा मिलता है। साथ ही जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन भगवान विष्णु के संग महादेव की पूजा करना उत्तम माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शिवलिंग पर विशेष चीजें अर्पित करने से रुके हुए काम पूरे होते हैं। ऐसे में चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं कि इंदिरा एकादशी के दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए।
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इंदिरा एकादशी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Indira Ekadashi 2025 Date and Shubh Muhurat)
इस बार 17 सितंबर को इंदिरा एकादशी व्रत (Indira Ekadashi 2025 Kab hai) किया जाएगा।
आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत-17 सितंबर को देर रात 12 बजकर 21 मिनट पर
आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का समापन- 17 सितंबर को देर रात 11 बजकर 39 मिनट पर
शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीजें
- जीवन के दुख और संकट को दूर करने के लिए इंदिरा एकादशी के दिन महादेव की पूजा-अर्चना करें। इस दौरान सच्चे मन से शिवलिंग पर 21 बेलपत्र चढ़ाएं। शिव जी के मंत्रों का जप करें। जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, एकादशी के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से जीवन में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं और साधक को महादेव की कृपा प्राप्त होती है।
- आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए शिवलिंग पर गन्ने का रस अर्पित करें। ऐसा माना जाता है कि महादेव का गन्ने के रस से अभिषेक करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। साथ ही साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- इसके अलावा पूजा के समय दूध, दही और शहद भी अर्पित करें। देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें। इस उपाय को करने से महादेव साधक की सभी मुरादें पूरी करते हैं और कारोबार में सफलता मिलती है।
शिव मंत्र
1. ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
2. नमामिशमीशान निर्वाण रूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपं।।
3. ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
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