Varuthini Ekadashi 2025: इन राशियों पर बरसेगी भगवान विष्णु की कृपा, खुशियों से भर जाएगा जीवन
ज्योतिषियों की मानें तो वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi 2025) पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक की हर मनो ...और पढ़ें

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, 24 अप्रैल को वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक को मनोवांछित फल मिलता है। साथ ही जीवन में व्याप्त दुखों का अंत होता है।
ज्योतिषियों की मानें तो वैशाख महीने की एकादशी तिथि कई राशि के जातकों के लिए मंगलकारी साबित होने वाला है। इन राशियों पर चंद्र देव की कृपा बरसेगी। उनकी कृपा से कारोबार संबंधी परेशानी दूर होगी। साथ ही जीवन में सुखों का आगमन होगा। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं।
यह भी पढ़ें: Varuthini Ekadashi पर पूजा के समय जरूर करें हरि स्तुति, सभी संकटों से मिलेगी निजात
मेष राशि
.jpg)
चंद्र देव की कृपा से मेष राशि के जातकों को शुभ कामों में सफलता मिलेगी। रुके हुए काम पूरे होंगे। कोई बड़ी खुशखबरी मिलने से मन प्रसन्न रहेगा। जीवन में खुशियों का आगमन होगा। बड़े भाई का साथ मिलेगा। वहीं, बड़ी बहन से कोई उपहार मिल सकता है। कारोबार से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी। पड़ोसी लोगों के साथ रिश्ते मधुर होंगे। वरूथिनी एकादशी के दिन भक्ति भाव से लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें। वहीं, पूजा के बाद चावल, आटा, मैदा, नमक, चीनी, चने की दाल, बेसन, पीले और सफेद रंग के वस्त्रों का दान करें।
मकर राशि
.jpg)
मकर राशि के जातकों पर भगवान विष्णु की कृपा बरसेगी। जॉब में सफलता मिलेगी। धन आगमन होगा। बिगड़े काम बनेंगे। परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। कोई अधूरी मनोकामना पूरी होगी। साझेदारी वाले कामों में सफलता मिलेगी। चिंता से मुक्ति मिलेगी। बिजनेस करने वाले लोगों को नया प्रोजेक्ट मिल सकता है। फंसा हुआ पैसा वापस मिल सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। घर पर मेहमानों का आगमन होगा। मनचाही मुराद पूरी होगी। घर का माहौल खुशनुमा रहेगा। वरूथिनी एकादशी के शुभ अवसर पर गन्ने के रस से भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी दूर होगी।
यह भी पढ़ें: Varuthini Ekadashi पर न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, वरना नहीं मिलेगी प्रभु श्रीहरि की कृपा
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।