भारतीय रसोई में तो खड़े मसालों का इस्तेमाल तक होता है, जिनको कूटने में पहले काफी समय और महनत जाती थी। लेकिन अब मिक्सर ग्राइंडर की मदद से यह कार्य भी आसान और कम समय में ही हो जाता है। ऐसे में आप भी अपने किचन के लिए एक मिक्सर ग्राइंडर की तलाश कर रहे हैं? तो यहां बजाज, क्रॉम्पटन और हैवेल्स जैसे भरोसेमंद ब्रांड्स के विकल्प दिए गए हैं। ये आपको 500 वाट और 750 वाट क्षमता में मिल जाएंगे, जो कि मसाले पसीने, चटनी बनाने और डोसा बैटर तैयार करने आदि कार्यों के लिए उपयुक्त हो सकते हैं। इनके साथ 2 से 4 जार मिल सकते हैं, यानि हर जार का प्रयोग अलग-अलग कार्य के लिए होता है, जैसे कि एक जार चटनी जैसा कुछ बनाने के लिए, तो दूसरा मसाले वगरह पीसने के लिए उपयोगी हो सकते हैं। ऐसी सुविधाएं और खूबीयों के कारण से Mixer Machine किचन के होम सॉल्यूशन और इलेक्ट्रोनिक्स की जरूरत बन गए हैं, जिन्हे आजकल हर रसोईघर में देखा जा सकता है।
विभिन्न प्रकार के मिक्सर ग्राइंडर: कौन सा आपके लिए सही है?
- ड्राई मिक्सर ग्राइंडर: इनमें आमतौर पर, शक्तिशाली मोटर और ब्लेड दिया जाता है, क्योंकि इनका इस्तेमाल खड़े मसाले, साधारण मसाले और नट्स वगरह पीसने के लिए किया जा सकता है। इनकी मदद से कठोर मसाले भी बारीक पाउडर रूप में मिल जाते हैं।
- वेट मिक्सर ग्राइंडर: जैसे की नाम से समझ आ रहा है, इनमें तरल सामग्री बनाने के लिए उपयोग में लिया जा सकता है। इनका प्रयोक करके चटनी, बैटर और प्यूरी आदि चीजें आसानी से बन जाती हैं। इनमें हरी चटनी, गोले की चटनी, टमाटर की प्यूरी और डोसा का बैटर जैसा सब बनाया जा सकता है।
- जूसर मिक्सर ग्राइंडर: ये किसी भी सब्जी-फल का जूस निकालने में इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन हां इनमें थोड़ा बहुत मिक्सर और ग्राइंडर का कार्य भी किया जा सकता है। जूसर की खासियत होती है, कि ये फल-सब्जी के पोषक तत्वों को बिना नष्ट करें आपको ताजा जूस प्रदान कर सकते हैं।
- ब्लेंडर: ये मिश्रण तैयार करने के काम आते हैं, जिनमें आप स्मूदी, मिल्कशेक, प्यूरी और अन्य पेय पदार्थ आदि बना सकते हैं।
अगर आप जानना चाहते हैं, कि आपके घर के लिए किस प्रकार का मिक्सर सही रहेगा, तो इन बातों पर ध्यान दिया जा सकता है -
- जरूरत: आपको मिक्सर ग्राइंडर लेते वक्त अपनी जरूरत को ध्यान में रखना होगा, कि कौन सी सुविधा पूरी करने के लिए मिक्सर लेना है। अगर रोज-रोज ताजा जूस पीना है, तो आपके लिए जूसर मिक्सर सही हो सकता है। वहीं, अपने किचन के रोजाना के कार्य जैसे मसाले पीसने या प्यूरी बनाने को आसान करना है, वो वेट या ड्राई मिक्सर ग्राइंडर सही विकल्प हो सकते हैं।
- बजट: मिक्सर के विभिन्न प्रकार जरूर होते हैं, लेकिन थोड़ा बहुत पीसने, चटने, बैटर बनाने के लिए सभी प्रकार सक्षम हो सकते हैं। ऐसे में अपने बजट को देखने हुए भी सही विकल्प का चयन किया जा सकता है। आमतौर पर, ये आपको 1000-2000 रुपये की शुरूआती कीमत से लेकर 10,000 रुपये तक में मिल सकते हैं।
- वाट क्षमता: किसी भी प्रकार का मिक्सर ग्राइंडर मशीन लेते हैं, तो उसकी वाट क्षमता देख लेनी चाहिए। दरअसल, वाट क्षमता दर्शाती है, कि उपकरण कितना शक्तिशाली है और कौन से किचन कार्य के लिए सक्षम हो सकता है। आमतौर पर, 300 वाट, 500 वाट, 750 वाट और 900 वाट क्षमता में मिक्सर ग्राइंडर मिल जाते हैं। वैसे भारतीय घरों के लिए उपयुक्त 500 वाट और 750 वाट माने जाते हैं। वहीं पसीने का कार्य बहुत ज्यादा है और कठोर मसालों को नियमित समय में पसते रहना है, तो 900 वाट के बारे में सोचा जा सकता है।