Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पत्नी की हत्या कर तहखाने में दफनाया शव, 6 दिन बाद थाने पहुंच किया सरेंडर

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 11:14 PM (IST)

    राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। अरविंद रोत नामक एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी चेतना की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को दुकान के तहखाने में दफना दिया। छह दिन बाद आरोपी खुद थाने पहुंचा और अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

    Hero Image
    छह दिन बाद आरोपी खुद थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। डूंगरपुर जिले के चौरासी थाना क्षेत्र के सुराता गांव में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां पति ने पत्नी की हत्या कर शव को दुकान के तहखाने में दफना दिया। छह दिन बाद आरोपी खुद थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीमलवाड़ा डीएसपी राजकुमार राजोरा के अनुसार सुराता निवासी अरविंद रोत (33) ने 27 सितंबर की रात पत्नी चेतना (30) की गला दबाकर हत्या कर दी। दो दिन बाद 29 सितंबर को उसने शव को अपनी दुकान के नीचे बने तहखाने में गड्ढा खोदकर दफना दिया। इसके बाद आरोपी लगातार इधर-उधर घूमता रहा।

    थाने पहुंचकर कबूला गुनाह

    3 अक्टूबर की सुबह आरोपी अरविंद खुद चौरासी थाने पहुंचा और पुलिस को पूरी वारदात की जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में ले लिया और अधिकारियों को मौके पर बुलाया। शव निकलवाने को लेकर मृतका के पीहर और ससुराल पक्ष के बीच घंटों वार्ता चली। आखिरकार दोनों पक्षों की सहमति के बाद एसडीएम की मौजूदगी में शव बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी भिजवाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए चार थानों का पुलिस जाप्ता मौके पर लगाया गया। शव निकालने के दौरान माहौल तनावपूर्ण रहा।

    बार-बार भागने से परेशान था पति

    पुलिस जांच में सामने आया कि मृतका चेतना कई बार अलग-अलग लोगों के साथ घर छोड़कर चली गई थी। हाल ही में 20 सितंबर को भी वह किसी के साथ भाग गई थी। जानकारी मिलने पर पति उसे वापस घर ले आया, लेकिन 27 सितंबर की रात उसने उसकी हत्या कर दी। आरोपी और मृतका का एक पांच साल का बेटा भी है।

    यह भी पढ़ें- गुजरात-राजस्थान सीमा विवाद: सात दशक बाद भी अनसुलझा, दोनों राज्यों में भाजपा सरकारें फिर भी विवाद कायम