Rajasthan: राजस्व मंत्री ने अडाणी के राज्य में निवेश के मुद्दे पर कहा-हमने सभी उद्योगपतियों को दिया था न्योता
राजस्थान सरकार के राजस्व मंत्री और उदयपुर के प्रभारी मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में पारदर्शी तरीके से उद्योगपतियों के लिए इनवेस्ट पॉलिसी बनाई है। साथ ही उन्होंने इस दौरान मोदी सरकार पर भी काफी निशाना साधा है।

उदयपुर, ऑनलाइन डेस्क। राजस्थान सरकार के राजस्व मंत्री और उदयपुर के प्रभारी मंत्री रामलाल जाट का कहना है कि हमने पारदर्शी तरीके से उद्योगपतियों के लिए इनवेस्ट पॉलिसी बनाई है। जो केवल अडाणी के लिए नहीं, बल्कि उसमें टाटा, बिरला, अंबानी, मित्तल हो या कोई अन्य उद्योगपति, सभी इनवेस्ट कर सकते हैं। यह बात उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कही।
मोदी सरकार पर साधा निशाना
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि हम एक ऐसी पारदर्शी इनवेस्ट पॉलिसी बना रहे जिसमें कोई भी इनवेस्ट कर सकता है। उद्योगपति गौतम अडाणी द्वारा राजस्थान में करीब 65 हजार करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम किसी एक व्यक्ति को फायदा पहुंचाने की पॉलिसी नहीं बनाते। ये काम केन्द्र की मोदी सरकार करती है, जिन्होंने अडाणी को व्यक्तिगत रूप से हर क्षेत्र में लाभ पहुंचाने का काम किया। राजस्थान सरकार ने अकेले अडाणी को नहीं, बल्कि टाटा समूह, बिरला, अंबानी, वेदांता सहित देश के सभी प्रतिष्ठित उद्योगपतियों को बुलाया और हजारों करोड़ रुपए के निवेश पर सहमति बनी।
कटारिया को राज्यपाल बनने की बधाई दी
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे उदयपुर के गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने पर बधाई दी। उन्होंने इसे मेवाड़ का गौरव बताया। महंगाई-बेरोजगारी पर पर्दा डाल ध्यान भटका रही मोदी सरकार पर प्रभारी मंत्री जाट ने निशाना साधते हुए कहा, "सरकार बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी पर पर्दा डालकर ध्यान भटका रही है। चुनिंदा लोगों के लिए फायदा देने वाली पॉलिसी बनाकर पीएम ने उनकी मदद की। इस सेक्टर के सभी ऐसे लोगों को फायदा पहुंचाने का काम किया। चुनाव से पहले मोदी सरकार ने विदेशों से काला धन लाने और लोगों के खाते में 15-15 लाख पहुंचाने का वादा किया था, वो पूरा नहीं हुआ। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स जैसी एजेंसी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
केन्द्र सरकार ने गैर अनुभवी अडानी-अंबानी को रक्षा सौदे का काम सौंपा
जाट ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेकर कहा कि इजरायल यात्रा के दौरान रक्षा सौदे को लेकर एक मीटिंग की थी। जिसमें कई कम्पनियों ने भाग लिया था। इसमें रक्षा सौदों में अनुभव नहीं रखने वाली अडाणी और अनिल अंबानी ग्रुप को काम दिया गया। जनता और हमारे सांसद सवाल पूछ रहे हैं लेकिन जबाव नहीं मिल रहा।

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