Rajasthan News: उदयपुर में गुलाबचंद कटारिया का भव्य स्वागत, बोले- लाखों कार्यकर्ताओं से चलती है पार्टी
असम का राज्यपाल बनने के बाद शनिवार को गुलाबचंद कटारिया पहली बार उदयपुर पहुंचे। इस दौरान गुलाबचंद कटारिया का भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने कहा कि पार्टी कि ...और पढ़ें

उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया असम के राज्यपाल बनाए जाने के बाद शनिवार को पहली बार गृह नगर उदयपुर पधारे। उनका उदयपुर के डबोक स्थित महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत के लिए सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता पहुंच गए। इससे पहले कटारिया का इतने भव्य तरीके से कभी स्वागत नहीं किया गया।
जोरदार नारेबाजी के साथ गुलाबचंद कटारिया का हुआ स्वागत
कटारिया के उदयपुर हवाई हड्डे पर उतरने से पहले ही भाजपा पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए इंतजार कर रहे थे। जैसे ही कटारिया हवाई अड्डे से बाहर आए तो फूलों की बारिश तथा जिंदाबाद के जोरदार नारेबाजी के साथ उनका स्वागत किया गया। कटारिया के सम्मान में दो दिन तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अभिनंदन कार्यक्रम हैं। शनिवार को गोवर्धनविलास क्षेत्र में भाजपा ने उनका अभिनंदन कार्यक्रम रखा।
'कार्यकर्ताओं से चलती है पार्टी'
कटारिया ने उदयपुर में पत्रकारों से भी बात की। उन्होंने कहा कि वह एक शिक्षक थे और उनके परिवार का बैकग्राउंड राजनीतिक नहीं था। वह किसी पद के लिए नहीं, बल्कि जनसेवा के लिए राजनीति में आए और आज उसी की बदौलत उन्हें संवैधानिक जिम्मेदारी मिली है।
उन्होंने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है उसे बखूबी निभाएंगे। राजनीति में सक्रिय रहते हुए उन्होंने भाजपा के एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया।
कटारिया ने कहा कि पार्टी किसी एक नेता या व्यक्ति से नहीं चलती, बल्कि हजारों, लाखों कार्यकर्ताओं से चलती है। अटल बिहारी जी के बाद मोदी आए। राजस्थान में भैरोंसिंह जी के बाद वसुंधरा ने उसकी पूर्ति कर दी।
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'ताकतवर को कमजोर बनाता है अहंकार'
कटारिया ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है, जहां कार्यकर्ता को मान मिलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को संस्कारित कर पालने का काम किया है। उन्होंने बलराज मधोक का उदाहरण देते हुए कहा कि राजनीति में जिसने अहंकार दिखाया, वह धराशायी हो गया। उनसे ताकतवर कोई नहीं था, लेकिन अहंकार ताकतवर को भी कमजोर कर देता है।
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इसी बीच कटारिया ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बाद यदि कोई अपने राज्य में लोकप्रिय है, तो वो हिमंत बिस्वा सरमा हैं। उन्होंने राज्य को विकट परिस्थिति से बाहर निकाला है।

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