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    राजस्थान विधानसभा में मंत्री और विधायक ने सुनाई हनुमान चालीसा, भाजपा विधायक राठौड़ को मांगनी पड़ी माफी

    By Jagran NewsEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Fri, 17 Feb 2023 09:08 PM (IST)

    राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को सांवलियाजी और नाथद्वारा मंदिर संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान हनुमान चालीसा की गूंज सुनाई दी । हिंदू धर्म की परिभाषा क ...और पढ़ें

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    राजस्थान विधानसभा में मंत्री और विधायक ने सुनाई हनुमान चालीसा।

    जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को सांवलियाजी और नाथद्वारा मंदिर संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान हनुमान चालीसा की गूंज सुनाई दी । हिंदू धर्म की परिभाषा को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश एवं भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ में बहस हुई। इस दौरान भूपेश ने सदन में जय सियाराम के नारे लगाए। राठौड़ व सरकार में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने विधानसभा में हनुमान चालीसा सुनाई।

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    सांवलिया जी और नाथद्वारा मंदिर से जुड़े विधेयक पर बहस के दौरान जब राठौड़ बोल रहे थे तो भूपेश ने कहा, आप मंदिरों के बारे में तो बोलिये । इस पर राठौड़ ने कहा, मैं दोनों मंदिरों में दर्शन करने जाता हूं। मैं आपकी तरह नास्तिक नहीं, आस्तिक हूं। भूपेश ने नास्तिक करने पर आपत्ति जताते हुए कहा, इसे डिलीट किया जाना चाहिए, मुझे किस आधार पर नास्तिक बोला।

    राठौड़ ने कहा मैं नास्तिक कहने पर माफी मांगता हूं। ये हनुमान चालीसा पढ़कर सुना दें, मैं मान जाऊंगा। इसके बाद राठौड़ ने हनुमान चालीसा पढ़ना प्रारंभ किया। शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा,आप सुना दीजिए और मैं भी सुना देता हूं। राठौड़ ने कल्ला से कहा कि आप तो सब जानते हैं। इसी बीच राजस्व मंत्री रामलाल जाट भी खड़े हुए और हनुमान चालीसा सुनाने लगे।

    सदन में भूपेश और कल्ला ने जय सियाराम के नारे लगाए। राठौड़ नेकहा, मंदिर माफी की जमीन के बारे में तत्कालीन भाजपा सरकार में 12 सितंबर 2018 को सर्कुलर जारी किया था। जिसमें मंदिर की मूर्ति को माइनर माना और यह कहा था कि मंदिर का पुजारी सब टीनेंट हो सकता है। देवस्थान के मंदिरों में पूजा पाठ करवाइए। केवल जय सियाराम करने से आप राम भक्त नहीं होंगे। आप रामसेतु तोड़ने वाले और राम की आस्था पर सवाल खड़े करने वाले लोग हैं।

    दोनों मंदिरों से जुड़े विधेयक पर बहस के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा और भाजपा के अशोक लाहोटी के बीच जमकर नोक-झोंक हुई। लाहोटी ने कहा कि प्रदेश के सभी मंदिरों के संचालक मंडल में दिव्यागों और कुष्ठ रोगियों को अध्यक्ष, सदस्य बनने से रोकने के प्रावधान हटाने का बिल एक साथ आना चाहिए था।

    कटारिया का इस्तीफा मंजूर

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी.जोशी ने गुलाब चंद कटारिया का विधायक पद से इस्तीफा मंजूर कर लिया। कटारिया ने एक दिन पहले इस्तीफा दिया था। कटारिया को असम का राज्यपाल बनाया गया है। वे शनिवार को असम के राज्यपाल का पदभार ग्रहण करेंगे । सदन में सभापति राजेंद्र पारीक ने सदन में कटारिया का इस्तीफा मंजूर करने की सूचना पढ़कर सुनाई। कटारिया के इस्तीफे के बाद अब उदयपुर शहर की सीट खाली हो गई है। कटारिया का शुक्रवार शाम को भाजपा कार्यालय में पार्टी नेताओं ने राज्यपाल बनने पर अभिनंदन किया । इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कटारिया के सम्मान में चाय पार्टी दी ।