अजमेर: आटा-साटा विवाह विवाद में खूनी संघर्ष, दो महिलाओं को वाहन से कुचला; दर्जनों घायल
अजमेर में महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के पास आटा-साटा विवाह विवाद में खूनी संघर्ष हो गया। किशनगढ़ से आए हमलावरों ने सोते हुए परिवार पर हमला किया और दो महिलाओं को कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और कुछ हमलावरों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है।

डिजिटल डेस्क, अजमेर। महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय कायड़ चौराहा स्थित बंजारों के डेरे में बीती रात आटा-साटा विवाह विवाद पर खूनी संघर्ष हो गया। किशनगढ़ से दो वाहनों में आए हमलावरों ने परिवार के सोते हुए लोगों पर लाठी सरियों से हमला किया।
बात इतनी बढ़ गई कि हमलावरों ने वाहनों को तेज गति से बेतरतीब चलाते हुए दो महिलाओं को जानबूझ कर कुचल दिया। दोनों को गंभीर अवस्था में 108 एम्बुलेंस के जरिए स्थानीय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया गया जहां दोनों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया। घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्रीय सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने रात्रि में ही दबिश देकर कुछ हमलावरों को नामजद कर गिरफ्तार किया है। पुलिस पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच कर रही है।
वाहन से कुचल कर दो महिलाओं की हत्या
थाना प्रभारी शंभू सिंह के अनुसार झगड़ा बंजारा परिवार में हुआ है। परिवार में आटा-साटा की शादी हुई थी। जिसमें महिला को ले जाने को लेकर विवाद बढ़ गया जिसमें मारपीट की होने लगी। बाद में वह खूनी संघर्ष में बदल गई रात्रि में वाहन से कुचलने पर दो महिलाओं जिसमें एक नाम मीनाक्षी और दूसरे का नाम पिंकी है अन्य घायलों के साथ नेहरू अस्पताल लाया गया था जहां मीनाक्षी की तो रात्रि में ही मृत घोषित कर दिया गया जबकि पिंकी ने मंगलवार को सुबह 5 बजे दमतोड़ा।
कायड़ चौराहे पर बंजारा परिवार में विवाद
परिवादी ने बताया कि उसका ससुराल किशनगढ़ है। उसके ससुराल वाले उसकी पत्नी को किशनगढ़ से वापस नहीं भेज रहे थे इस बात को लेकर उनका मनमुटाव है। उसने बताया कि उसकी बहन का विवाह किशनगढ़ हुआ है। उसकी बहन उसके पास आई हुई है तो वह भी अपनी बहन को किशनगढ़ नहीं भेज रहा था इससे विवाद पैदा हुआ है। इस पर किशनगढ़ हाउसिंग बोर्ड बंजारा बस्ती से लोग वाहनों में भर कर आए थे और हमला कर लौट रहे थे। जिस पर मृतक महिलाओं ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे कुचल गई और जिनकी बाद में मृत्यु हो गई। थानाधिकारी ने बताया कि धारा 302 में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अपराधियों को पहचान कर पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।
हमलावरों को पुलिस ने दबोचा, अभी नहीं किया खुलासा
पीड़ित परिवार की महिला काजल ने दिए बयान में कहा कि उसकी शादी किशनगढ़ हुई थी। उसके बच्चे नहीं होने पर उसके पति अजय ने उसे छोड़ दिया। इस पर वह अपने मां के घर आ गई थी। उसके पीछे से उसका पति अजय, रीना, सुनारी, छोटू, विकास, सजना, हेतलाल, ख्याल जी, देशा, धर्मा आदि बहुत से ससुराल वाले दो गाड़ियों में बैठ कर उन्हें मारने आए थे। रात को सोते हुए उन पर हमला किया। फिर वे सड़क पर आ गए तो गाड़ियों से कुचला। काजल ने बताया कि वे उसे मारना चाहते थे किन्तु उसकी बुआ पिंकी उसके आड़े आ गई तो उन्होंने बुआ पिंकी को कुचल दिया। उसकी दूसरी बूआ मीनाक्षी को भी कुचल दिया। उसकी मां व पिता, भाई सभी को बुरी तरह मारा। काजल ने कहा कि हमलावरों को फांसी की सजा होनी चाहिए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।