शहीद परमजीत परिवार से मिले कैप्टन, बेटी आैर बेटे को नौकरी देगी सरकार
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह रविवार को तरनतारन में शहीद परमजीत सिंह के घर जाकर उनके परिवार से मिले। उन्होंने शहीद की बेटी और बेटे को सरकारी नौकर ...और पढ़ें

जेएनएन, तरनतारन। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह रविवार को जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर शहीद जवान परमजीत सिंह के घर पहुंचे। उन्हाेेंने परिवार को सांत्वना दी और पूरी सहायता का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने शहीद की बड़ी पुत्री और पुत्र को नौकरी देने का एलान किया। उन्होंने परिवार को पांच लाख की सहायता राशि चेक सौंपा। सरकार प्लाट के लिए परिवार को पांच लाख रुपये की राशि आैर देगी।
मुख्यमंत्री रविवार को दोपहर बाद गांव वेईपूई में शहीद परमजीत सिंह के में घर पहुंचे और उनके परिवार से मिले। वह शहीद के माता-पिता, पत्नी और बच्चों से मिले। उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि शहीद परमजीत सिंह की बड़ी लड़की सिमरजीत कौर काे पंजाब सरकार नायब तहसीलदार की नौकरी देगी। उनके पुत्र को पंजाब पुलिस में भर्ती किया जाएगा। दोनों की आयु 18 वर्ष होने पर नौकरियां मिल जाएंगी।

तरनतारन के वेईपूई गांव में शहीद परमजीत सिंह के घर पहुंचे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह।
कैप्टन अमरिंदर ने शहीद के परिवार को पांच लाख की राशि का चेक सौंपा। उन्हाेंने कहा कि तरनतारन शहर में परिवार को प्लाट के लिए पंजाब सरकार पांच लाख की राशि और जारी करेगी। उन्होंने कहा कि गांव के खेल स्टेडियम और सरकारी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर होगा।
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सीएम अमरिंदर ने कहा कि शहीद परमजीत ने देश की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी। पूरे पंजाब को उन की शहादत पर गर्व है। लेकिन, पाकिस्तान की सेना ने शहीद सैनिकों का सिर काटकर अपनी कायरता और बर्बरता दिखाई। इसका जवाब उसको उसी की भाषा में दी जानी चाहिए।
शहीद परमजीत सिंह के परिवार के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़।
इस मौके पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, राणा गुरजीत सिंह, डीजीपी सुरेश अरोड़ा, डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री, रमनजीत सिंह सिक्की, हरमिंदर सिंह गिल, सुखपाल सिंह भुल्लर, पूर्व मंत्री गुरचेत सिंह भुल्लर, डीसी डीपीएस खरबंदा भी उपस्थित थे।


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