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    कर्जमाफी की घोषणा के बावजूद किसान कर रहे आत्महत्या, अब तक 20 ने दी जान

    By Ankit KumarEdited By:
    Updated: Tue, 04 Jul 2017 12:05 PM (IST)

    पंजाब में सरकार ने किसानों के ऋण माफ करने की घोषणा कर दी है। लेकिन सूबे में किसान लगाताक आत्महत्या कर जान दे रहे हैं। ...और पढ़ें

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    कर्जमाफी की घोषणा के बावजूद किसान कर रहे आत्महत्या, अब तक 20 ने दी जान

    जेएनएन, संगरूर। प्रदेश में कर्जमाफी की घोषणा के बावजूद किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। घोषणा के 20 दिन बाद अब तक कुल 20 किसान जान दे चुके हैं। इनमें मानसा जिले में सबसे ज्यादा चार किसान शमिल हैं।

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    सोमवार को भी कर्ज से परेशान तीन और किसानों ने आत्महत्या कर ली। फिरोजपुर के गांव खचरवाला के किसान गुरदेव सिंह (35) पुत्र दयाल सिंह ने 12 लाख का कर्ज न लौटा पाने के कारण खेत में ही जहरीला पदार्थ पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक किसान गुरदेव सिंह की पत्नी परमजीत कौर ने बताया कि उनके पास तीन एकड़ जमीन है। पति कर्ज न लौटा पाने के कारण कई दिन से परेशान था।

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    रविवार रात 8 बजे वह खेत गया था। जब घर वापस आया तो उसकी तबीयत खराब थी। उसने खेत में ही कोई जहरीली वस्तु निगल ली थी। वह उसे लेकर अस्पातल जा रही थी कि रास्ते मेें ही उसने दम तोड़ दिया। एएसआइ सोना सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।

    उधर, संगरूर के गांव बालियां में सोमवार को किसान रणजीत सिंह ने आर्थिक तंगी व कर्ज से परेशान होकर खेत में पानी की मोटर वाली खाल में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के बेटे गुरदेव सिंह ने बताया कि उसके पिता पर ढाई लाख रुपये का कर्ज था, जिस कारण वह पिछले काफी समय से परेशान थ। उनके पास डेढ़ एकड़ जमीन है जिससे परिवार का गुजारा मुश्किल से चलता था।

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    जहर निगलने वाले पिता-पुत्र में पिता की मौत

    गांव घुल्ला (खख) में एक जुलाई की सुबह कर्ज से तंग आकर जहरीली दवा निगलने वाले किसान पिता-पुत्र में से सोमवार को पिता की मौत हो गई। सुखविंदर सिंह पुत्र शौकीन सिंह और उसके बेटे जसप्रीत सिंह को जहरीली दवा निगलने के बाद सिविल अस्पताल लाया गया था।

    हालत गंभीर होने पर दोनों को जालंधर रैफर किया गया था, जहां सोमवार दोपहर 12 बजे के करीब सुखविंदर सिंह की मौत हो गई। लगभग ढाई एकड़ जमीन के मालिक सुखविंदर सिंह ने इसी साल अप्रैल में टांडा के ग्रामीण बैंक से तीन लाख की लिमिट और एक लाख का टर्म लोन लिया था। फिलहाल उसके बेटे की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। 

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