'शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह पर दर्ज हो केस', असिस्टेंट महिला प्रोफेसर सुसाइड पर अड़ा परिवार; इंसाफ की लगाई गुहार
सहायक प्रोफेसर बलविंदर ( Assistant Female Professor Suicide) कौर को इंसाफ दिलाने को लेकर शुरू किया गया परिवार का धरना बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। वे मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Harjot singh Bains) पर केस दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं। उन्होंने कहा कि केस दर्ज होने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, रूपनगर। Punjab News: नहर में छलांग लगा आत्महत्या करने वाली सहायक प्रोफेसर बलविंदर ( Assistant Female Professor Suicide) कौर को इंसाफ दिलाने को लेकर शुरू किया गया धरना बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा।
बुधवार को प्रो. बलविंदर कौर के पारिवारिक सदस्यों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और मुलाजिम संगठनों के लोग धरने में शामिल हुए। बलविंदर (Balwinder Kaur) का परिवार मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Harjot singh Bains) पर केस दर्ज करने की मांग पर अड़ा है।
मंत्री पर केस दर्ज होने के बाद ही होगी पोस्टमार्टम
चेतावनी भी दी है कि मंत्री बैंस पर केस दर्ज होने के बाद ही शव पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उधर, 1158 सहायक प्रोफेसर और लाइब्रेरियन फ्रंट पंजाब की सदस्य जसविंदर कौर ने बताया कि 20 अक्टूबर को प्रो. बलजिंदर कौर ने सरहिंद नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
बलविंदर ने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस को ठहराया है। क्योंकि 1158 फ्रंट के साथी पिछले करीब 50 दिन से गांव गंभीरपुर में धरने पर बैठे थे। इसके बावजूद शिक्षा मंत्री बैंस ने उनकी बात नहीं सुनी।
प्रोफेसर बलविंदर कौर ने क्यों किया सुसाइड
बलविंदर का शव 23 अक्टूबर को नहर से बरामद किया गया था और पिछले दो दिन से यह सिविल अस्पताल के शव गृह में पड़ा है। उन्होंने बताया कि पंजाब के सरकारी कॉलेजों में पिछले 25 वर्ष से कोई पक्की भर्ती नहीं हुई। दिसंबर 2021 में 1158 प्रोफेसरों और लाइब्रेरियन की भर्ती हुई थी।
पिछले करीब दो वर्ष से यह भर्ती कांग्रेस और आप सरकार की ढीली नीति के कारण हाईकोर्ट में लटक रही है। इससे निराश होकर प्रोफेसर बलविंदर कौर ने अपनी जान दे दी। राज्य कमेटी के सदस्य प्रितपाल सिंह ने कहा कि जल्द इंसाफ न मिला तो संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा।
धरने पर पहुंचे किसान संगठनों व राजनीतिक दलों के नेता
बुधवार को धरने पर किसान संगठनों संयुक्त किसान मोर्चा, कुल हिंद किसान सभा, जमहूरी किसान सभा, कीर्ति किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के अलावा डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट, सीटू पंजाब, आल पंजाब आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन सहित कई संगठनों के सदस्य शामिल हुए।
शिरोमणि अकाली दल, भाजपा, बसपा व शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के प्रतिनिधि भी धरने पर पहुंचे। सभी राजनीतिक दलों ने कहा कि बलविंदर कौर को जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
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जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सीएम मान से मांगा इस्तीफा
उधर, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने अमृतधारी बेरोजगार महिला प्रोफेसर बलविंदर कौर द्वारा आत्महत्या करने की घटना का गंभीर नोटिस लिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफा की मागं की है।
जत्थेदार ने कहा है कि इससे बड़ी शर्मनाक बात किसी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए भला क्या हो सकती है कि उसकी जनता को रोजगार न मिलने के कारण आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़े। धरना दे रहे लोगों ने चेतावनी दी है कि मंत्री के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद ही शव का पास्टमार्टम करवाया जाएगा।
पुरानी नौकरी छुड़वा नई न देना सरकार का धोखा
धरने पर बुधवार को भाजपा महिला मोर्चा की पंजाब प्रधान जयइंद्र कौर पहुंची। उन्होंने कहा कि भाजपा के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के पास ये मामला लेकर गए हैं। हमें विश्वास है कि वह संजीदगी से कार्रवाई करेंगे। जयइंद्र कौर ने कहा कि जब सरकारी नौकरी देने के लिए शपथ पत्र ले लिया जाता है कि आप पुरानी नौकरी छोड़ दें, आपको नई नौकरी दी जाएगी। उसके बाद अगर रोजगार नहीं दिया जाता तो ये सरासर धोखा है।
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