Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लुधियाना के वेरका मिल्क प्लांट पहुंचे CM भगवंत मान, 10 टन मक्खन बनाने के प्रोजेक्ट का किया शुभारंभ

    By Munish SharmaEdited By: Vipin Kumar
    Updated: Wed, 19 Oct 2022 02:01 PM (IST)

    वेरका मिल्क प्लांट की ओर से अब रोजाना 10 टन अतिरिक्त मक्खन का उत्पादन किया जाएगा। महाप्रबंधक भूपेंद्र सेखों ने कहा कि अब यह प्लांट पंजाब के मुख्य प्लांट में शामिल हैं। हम पंजाब में सप्लाई की डिमांड को पूरा करने में सक्षम हो जाएगा।

    Hero Image
    CM भगवंत मान ने लुधियाना वेरका मिल्क प्लांट में मक्खन बनाने के प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। (जागरण)

    मुनीश शर्मा, लुधियाना। पंजाब में मक्खन की बढ़ती खपत को देखते हुए सहकारी उत्पादक कंपनी वेरका की ओर से मक्खन निर्माण की कैपेसिटी में बढ़ोतरी की गई है। औद्योगिक नगरी लुधियाना में वेरका मिल्क प्लांट की ओर से अब रोजाना 10 टन अतिरिक्त मक्खन का उत्पादन किया जाएगा। बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान वेरका मिल्क प्लांट पहुंचे और प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हलवारा एयरपोर्ट का नाम करतार सिंह सराभा के नाम पर रखेंगे

    इस दाैरान सीएम भगवंत मान ने कहा हमारी पंजाब सरकार की टीम एक परिवार है। सबका मकसद पंजाब की भलाई है। मैंने किसी की निंदा चुगली नहीं करनी। पंजाब अब तरक्की के रास्ते पर है। चुनाव में पुराने दिग्गज लोगों ने इसलिए हटाए क्योंकि उनकी सोच पंजाब के लिए नहीं थी। हमें छह महीने तो पुराने सिस्टम की सफाई को लग गए। 105 करोड़ की लागत से 9 लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग होना गर्व का पल है। पंजाब की तरक्की जनता कर साथ मिलकर होगी। हमारे काम जनता के लिए है। पहले तरक्की कागजों में होती थी, अब हम जनता के सामने सब कुछ कर रहे हैं। हलवारा एयरपाेर्ट का नाम करतार सिंह सराभा के नाम पर रखेंगे।

    किसान केवल खेती पर निर्भर न रहे

    सीएम मान ने कहा कि पंजाब की छवि बदल गई है। अब सबको पता हिस्सा नहीं देना होगा, इसलिए निवेश बढ़ रहा है।अब एमओयू केवल एक परिवार से नहीं होता, जो हिस्सा मांगते थे। हम उस कंपनियों को प्राथमिकता देंगे जो पंजाब के युवाओं को नोकरी देंगी। युवाओं को अब स्किल डेवलपमेंट की और ध्यान देना होगा। पंजाब के किसान केवल खेती पर न रहे। सेकेंड इंकम बहुत जरूरी है। पशुपालन से वे खुशहाल हो सकते हैं।

    अमेरिका-कनाडा में भी वेरका-मार्कफेड का माल बेचेंगे

    पंजाब के युवाओं को नाैकरी मांगने वाले नही नाैकरी देने वाले बनाना चाहता हूं। सतोज मेरी जन्मभूमि और लुधियाना मेरी कर्म भूमि है। यही से मैंने करियर की शुरुआत की। दिल्ली में वेरका का हेड आफिस होगा। 2 लाख लीटर दिल्ली में बेचेंगे। जगह-जगह बूथ होंगे। अमेरिका और कनाडा में भी वेरका और मार्कफेड का माल बेचेंगे। इस पर काम कर रहे है। सरकार के मुख्य फोकस रोजगार देने का है। सीएम ने किसानाें से पराली नहीं जलाने की अपील की है। उन्हाेंने कहा कि हम अपने बच्चों को मारने का काम कर रहे है। हम काम आंरभ होने से पहले नही काम पूरा होने के बाद ही नींव पत्थर रखेंगे।

    एक्सपोर्ट के लिए भी कैपेसिटी में बढ़ोतरी

    इस प्लाट में दूध की कैपेसिटी को भी बढ़ाया गया है। इसमें अब 5 लाख टन की बढ़ोतरी की गई है। महाप्रबंधक भूपेंद्र सेखों ने कहा कि अब यह प्लांट पंजाब के मुख्य प्लांट में शामिल हैं। हम पंजाब में सप्लाई की डिमांड को पूरा करने में सक्षम हो जाएगा। इसके साथ ही एक्सपोर्ट के लिए भी अपने कैपेसिटी में बढ़ोतरी कर रहे हैं। वेरका के उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है। इस कैपेसिटी बढ़ोतरी से अच्छे नतीजे मिलेंगे।

    1962 में अमृतसर में 15 किलो दूध से हुई थी वेरका की शुरुआत

     दूध उत्पादक सरकारी संस्था वेरका का आगाज वर्ष 1962 में अमृतसर के वेरका गांव से हुआ था। पहले दिन मेहता चौक पर 15 किलो दूध ही जमा हो पाया था। फिर अमृतसर के आसपास के गांवों में दूध उत्पादकों को इसके साथ जोड़ा गया। अधिक से अधिक लोगो को रोजगार देने को लेकर इसे एक अभियान का रूप दिया गया। पहला प्लांट अमृतसर में लगाया गया।

    लुधियाना में वर्ष 1972 में 10 हजार लीटर से प्लांट का आगाज हुआ। फिर इस प्लांट में 1 लाख और 1992 में 4 लाख लीटर की कपैसिटी की गई और कोविड के दौरान 7 लाख लीटर तक दूध प्लांट में पहुंचा। इसको देखते हुए अब इसकी क्षमता 9 लाख लीटर प्रतिदिन की गई है। लुधियाना प्लांट के साथ 50 हजार से अधिक दूध उत्पादक जुड़े है।

    यह भी पढ़ें-लुधियाना लोधी क्लब की बदलेगी सूरत, जिम के लिए मंगवाई जा रही विदेशी मशीनें, लेटेस्ट वर्जन का होगा कार्ड रूम

    यह भी पढे़ं-Weather Update Today: पंजाब में सुबह से चल रही ठंडी हवाओं से बदला मौसम, एक हफ्ते तक वर्षा के नहीं आसार