लुधियाना नगर निगम में जसदेव सिंह Sekhon की वापसी, यूनियन व कर्मचारियों ने किया जाेरदार स्वागत
सेखों म्यूनिसिपल कर्मचारी संघर्ष कमेटी के प्रधान हैं तो उनके तबादले का कमेटी के सदस्यों व कर्मचारियों ने जमकर विरोध किया। कर्मचारियों ने मेयर से लेकर मंत्री तक को चेतावनी दे दी थी कि अगर सेखों का ट्रांसफर रद नहीं हुआ तो वह संघर्ष करेंगे।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना को पालीथिन फ्री शहर बनाने की जिम्मेदारी मेयर बलकार सिंह संधू ने सेक्रेटरी जसदेव सिंह सेखों को सौंपी तो सेखों ने भी ताबड़तोड़ छापेमारी कर पालीथिन कैरीबैग्स जब्त करने शुरू किए। लेकिन शहर के कुछ नेताओं को यह बात रास नहीं आई और उन्होंने सेखों का तबादला लुधियाना से अबोहर करवा दिया। सेखों म्यूनिसिपल कर्मचारी संघर्ष कमेटी के प्रधान हैं तो उनके तबादले का कमेटी के सदस्यों व कर्मचारियों ने जमकर विरोध किया। कर्मचारियों ने मेयर से लेकर मंत्री तक को चेतावनी दे दी थी कि अगर सेखों का ट्रांसफर रद नहीं हुआ तो वह संघर्ष करेंगे।
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तबादला करने पर हुआ था विराेध
स्थानीय निकाय विभाग ने अब सेखों का तबादला रद किया और उन्हें फिर से लुधियाना ज्वाइन करवा दिया। सेखों जब लुधियाना नगर निगम जोन ए दफ्तर में पहुंचे तो यूनियन व कर्मचारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। म्युनिसिपल कर्मचारी संघर्ष कमेटी के चेयरमैन अश्वनी सहोता समेत अन्य सदस्यों ने उनका स्वागत किया और इसे कर्मचारियों के संघर्ष की जीत बताया।
कर्मचारियों ने संघर्ष की जीत बताया
अश्वनी शर्मा ने कहा कि काम करते हुए अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी का तबादला इस तरह किया जाता है तो निगम कर्मी उसका विरोध करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सेखों को जो जिम्मेदारी दी गई थी वह बखूबी निभा रहे थे और अचानक उनका बैक डेट में ट्रांसफर कर दिया गया। सेखों का स्वागत करने वालों में सुनील शर्मा, हरपाल निमाणा समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे। वहीं इंटरनेट मीडिया पर भी सेखों की वापसी को सच्चाई की जीत बताया जा रहा है।
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