एसजीपीसी कर रही मतांतरण से निपटने की तैयारी, काहलवां बोले- धर्म परिवर्तन करने वाले सिखों को लाएंगे वापस, होगा अमृत संचार
धर्म प्रचार कमेटी के सचिव बलविंदर सिंह काहलवां ने कहा कि जो लोग धर्म परिवर्तन कर चुके हैं उन्हें सिख धर्म की मुख्यधारा में वापस लाया जाएगा। उन्होंने क ...और पढ़ें

अमृतपाल सिंह, अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी धर्म प्रचार कमेटी के जरिए मतांतरण से निपटने की तैयारी की रही है। धर्म प्रचार कमेटी गांवों, कस्बों और शहरों में प्रचारकों द्वारा यह पहचान करेगी कि कौन लोग मतांतरण करवा रहे हैं और कौन अब तक कर चुके हैं। मतांतरण करवाने वालों को भी चिन्हित किया जाएगा। यह बातें धर्म प्रचार कमेटी के सचिव बलविंदर सिंह काहलवां ने कहीं।
लालच से मतांतरण का मुद्दा चिंताजनक
काहलवां ने कहा कि जो लोग धर्म परिवर्तन कर चुके हैं उन्हें भी सिख धर्म की मुख्यधारा में वापस लाया जाएगा। काहलवां ने कहा कि सिख धर्म के दर्शन को अपनाने वाले सिख को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। लालच से मतांतरण का मुद्दा चिंताजनक है, जिसे एसजीपीसी गंभीरता से ले रही है।
अमृत संचार लहर को बढ़ावा देने की तैयारी
उन्होंने कहा कि मतांतरण के मामलों से निपटने के लिए धर्म प्रचार कमेटी द्वारा अमृत संचार लहर को बढ़ावा देने की तैयारी की जा रही है। विशेष रूप से एसजीपीसी सदस्यों के निर्वाचन क्षेत्रों में धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। वहीं बच्चों को गुरमति ज्ञान प्रदान करने के लिए प्रचारकों द्वारा विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद तैयार व्यक्तियों और बच्चों को अमृतपान करवाया जाएगा।
मतांतरण के लिए अमृतसर को चुनना विचार का मुद्दा
बलविंदर सिंह काहलवां ने कहा कि ईसाई समुदाय द्वारा एक बड़े मेले का आयोजन और इकट्ठ करने के लिए अमृतसर का चुनाव करना विचार करने योग्य विषय है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही यह चिंता का विषय है कि मतांतरण का संदेश देने के लिए अमृतसर को ही क्यों चुना गया है? 1904 में जब चार सिख बच्चों का मतांतरण करवाया गया था तब भी अमृतसर को ही चुना गया था।

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