जागरण संवाददाता, जालंधर: पंजाब में प्लास्टिक डोर से लोगों के घायल होने की कई खबरे सामने आ रही हैं। पुलिस के सख्त एक्शन के बाद भी यह घटनाए कम होने का नाम नहीं ले रहीं। पंजाब में सख्ती के बावजूद भी प्लास्टिक डोर का इस्तेमाल हो रहा है। इसी बीच प्लास्टिक डोर से दो लोग और घायल हो गए हैं।
ऐसा ही एक ममला जालंधर में सामने आया है जहां लाजपत नगर में एक्टिवा पर क्लीनिक से घर वापस लौट रही डा. हरदीश सेठी का प्लास्टिक डोर की चपेट में आने से गले पर कट लग गया। उन्हें 15 टांके लगे हैं।
बड़े लेवल पर एक्शन की जरुरत
घटना के बारे में महिला कांग्रेस की नेशनल कोआर्डिनेटर एवं निवर्तमान पार्षद डा. जसलीन सेठी ने बताया कि उनकी देवरानी डा. हरदीश कौर सेठी एक्टिवा से घर आ रही थी कि अचानक उनके गले में प्लास्टिक डोर फंस गई। उनकी देवरानी की एक्टिवा की स्पीड काफी कम थी अन्यथा यह दुर्घटना और भी घातक हो सकती थी।
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प्लास्टिक डोर पूरी तरह लगे प्रतिबंध
घायल की देवरानी ने पंजाब सरकार से मांग की है कि प्लास्टिक डोर पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाकर कार्रवाई की जाए। प्लास्टिक डोर पहले भी कई लोगों के लिए घातक साबित हो चुकी है। प्लास्टिक डोर का इस्तेमाल रोकने के लिए बड़े लेवल पर एक्शन होना चाहिए तभी लोगों की जान बचाई जा सकेगी। प्लास्टिक से बनी डोर न सिर्फ मानवीय जीवन के लिए, बल्कि पक्षियों के लिए भी खतरनाक है।
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