Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुरमेहर अब चलाएगी अभिव्‍यक्ति की आजादी के लिए अांदोलन

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Wed, 07 Jun 2017 07:14 PM (IST)

    पाकिस्‍तान से युद्ध में अपनी पिता की शहादत के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्‍ट कर चर्चा में आई गुरमेहर कौर अब अभिव्‍यक्ति की आजादी के लिए आंदोलन चलाएंगी।

    गुरमेहर अब चलाएगी अभिव्‍यक्ति की आजादी के लिए अांदोलन

    जेएनएन, जालंधर। पा‍किस्‍तान से युद्ध में अपने पिता की शहादत को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्‍ट से चर्चा में आई दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय के रामजस कॉलेज की छात्रा गुरमेहर कौर फिर एक्‍शन में है। जालंधर की रहने वाली गुरमेहर अब अभिव्‍यक्ति की आजादी को लेकर आंदोलन चलाएंगी। गुरमेहर ने फ्यूचर टैलेंट नाम की संस्था के साथ 'रिस्पॉसिबल फ्रीडम ऑफ फोरम' का गठन किया है। इसके माध्यम से वह बोलने की आजादी को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर मुहिम छेड़ेंगी। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'रिस्पॉसिबल फ्रीडम ऑफ फोरम' संस्था बनाई, बनीं उपप्रधान

    फोरम के प्रधान गौतमबीर सेठ बनाए गए हैं और गुरमेहर इसकी राष्ट्रीय उपप्रधान हैं। गुरमेहर कौर ने कहा कि वह पहले भी पीछे नहीं हटी थीं और अब वह फिर खुल कर मैदान में आ गईं हैं। उन्होंने कहा वह पंजाब की धरती पर पैदा हुई हैं व गुरुओं के बताए मार्ग पर चलकर संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने बताया कि 'फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन' नाम से एक आंदोलन पूरे देश में चलाया जाएगा। जालंधर से इसका एलान इसलिए किया गया है क्योंकि यह हमारा अपना शहर है।

    यह भी पढ़ें: पंजाब में छिपा था सहारनपुर हिंसा का आरोपी, चैनल को इंटरव्यू दे पुणे भागा

    जालंधर से करेंगी 'फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन' आंदोलन की शुरुआत

    गुरमेहर ने बताया कि फोरम के कर्नाटक, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब के प्रदेश प्रधानों की नियुक्ति कर दी गई है। पदाधिकारी आगे अपने संगठनात्मक ढांचे का विस्तार करने में जुट गए हैं। फोरम के प्रधान गौतमबीर सेठ ने बताया कि अगस्त में दिल्ली में युवा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें पांच हजार से ज्यादा युवाओं के भाग लेने की उम्मीद हैै।

    यह भी पढ़ें: बच्‍चों के यौन शोषण का बदला लेने को किशोर से वहशीपन, बनाई वीडियो

    'देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है'

    गौतमबीर सेठ ने कहा कि देश काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है। इसलिए फ्रीडम ऑफ स्पीच को लेकर नेशनल मूवमेंट बनाई जाएगी। गुरमेहर ने कहा कि जब एक विद्यार्थी द्वारा उठाए सवालों को कोई दूसरा ही रंग दे दिया जाता है तो हमें समझ लेना चाहिए कि देश में कठिन समय चल रहा है। मीडिया भी इससे अछूता नहीं रह गया है। गुरमेहर ने कहा कि उसकी लाइफ काफी बदल गई है। वह अब अकेले खुलेआम नहीं घूम सकती है, उसे अपनी सुरक्षा का ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है।

    यह भी पढ़ें: रेलवे में नौकरी करना चाहते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें