आइपीएल से बढ़ीं पंजाब के खेल उद्योग की उम्मीदें, बैट निर्माताओं की खिलीं बाछें
आइपीएल से पंजाब के क्रिकट सामग्री उद्योग में भी बहार आने की उम्मीद है। जालंधर केखेल उद्यमियों को अभी आर्डर तो अधिक नहीं मिले हैं, लेकिन उन्हाेंने पूरी तैयारी कर रखी है।
जालंधर, [कमल किशोर]। अइपीएल का क्रिकेटरों और खेलप्रेमियों के साथ-साथ पंजाब के खेल सामग्री उद्यमियों को भी इंतजार रहता है। इसस बार भी पंजाब के खेल उद्योग खासकर क्रिकेट सामग्री उदयोग में अप्रैल में शुरू हो रही आइपीएल से बहार आने की उम्मीद है। क्रिकट सामग्री को आइपीएल के दौरान भारी ऑर्डर मिलने की उम्मीदें हैं। फिलहाल इस इंडस्ट्री का कारोबार ठंडा है और ऑर्डर नहीं मिलने से खेल कारोबारी परेशान हैं।
आम तौर पर आईपीएल शुरू होने से पहले इंडस्ट्री उत्पाद तैयार करने में जुट जाती है। कॉरपोरेट कंपनियां बैट निर्माता कंपनियों को ऑर्डर देना शुरू कर देती हैं। फिलहाल अब तक इंडस्ट्री ऑर्डर के इंतजार में है,लेकिन उन्होंने काफी पहले से अपनी तैयारी शुरू कर दी थी।
जालंधर में कुल छोटे-बड़े बैट बनाने वाली 30 यूनिटें हैं जो सालाना 200 करोड़ का कारोबार करती हैं। क्रिकेट गुड्स की बात करें तो सालाना कारोबार 500 करोड़ से अधिक है। अगर ऑर्डर मिलता है तो इंडस्ट्री के कारोबार में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
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खेल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों कहना है कि नोटबंदी व जीएसटी ने उनका 15 से 20 प्रतिशत कारोबार प्रभावित किया है। इंडस्ट्री को आइपीएल से खासी उम्मीदें है। अगर आर्डर मिलते है तो इंडस्ट्री सरवाइव कर सकती है। उद्यमियों का कहना है कि मार्च के मध्य कंपनियों से ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। बैट की कीमत 500 से लेकर 15,000 रुपये तक है। कंपनियां इंडस्ट्री को बैट, ग्लव्स, गेंदें, लेग गार्ड, शूज, आर्म गार्ड के आर्डर देती हैं।
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'' अब तक किसी कंपनी से ऑर्डर नहीं मिला है। कारोबार को जीएसटी ने प्रभावित कर रखा है। आने वाले दिनों में ऑर्डर मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। जीएसटी लगने से इंडस्ट्री का 15 से 20 प्रतिशत कारोबार प्रभावित हो चुका है। वैसे भी बैट के कारोबार को श्रीनगर में लग रही नई इंडस्ट्री ने प्रभावित कर रखा है।
- विजय धीर, खेल उद्योग संघ के संयोजक।
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'' इंडस्ट्री में बैट तैयार किए जा रहे हैं। ऑर्डर मिलते ही कंपिनयों को एक्सपोर्ट कर दिए जाएंगे। कारोबार को जीएसटी ने प्रभावित कर रखा है। अगर ऑर्डर मिलते हैं तो इंडस्ट्री में नई जान आ जाएगी।
- अनुराग शर्मा, डायरेक्टर, एएनएम स्पोर्टस।
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'' मार्च के मध्य में कपनियां ऑर्डर देती हैं। स्पार्टन ने किसी भी खिलाड़ी को अब तक बैट नहीं भेजे हैं। कई भारतीय व विदेशी खिलाड़ी स्पार्टन के बल्ले से खेलते हैं। इंडस्ट्री को अगर ऑर्डर मिलते हैं तो कारोबार की रफ्तार बढ़ सकती है।
- चिराग शर्मा, डायरेक्टर, स्पार्टन कंपनी।