जालंधर में गहरा सकता है जल संकट, ठेकेदार की 350 ट्यूबवेल बंद करने की चेतावनी
जालंधर में आधे से ज्यादा इलाकों में पानी की आपूर्ति पर खतरा मंडरा रहा है। 350 से ज्यादा ट्यूबवेल के आपरेशन एंड मेंटेनेंस का काम देख रहे ठेकेदार ने भुगतान न होने पर काम छोड़ने की चेतावनी दी है।

जागरण संवाददाता, जालंधर: शहर में जलापूर्ति का संकट गहरा सकता है। दरअसल, 350 से ज्यादा ट्यूबवेल के आपरेशन एंड मेंटेनेंस का काम देख रहे ठेकेदार ने भुगतान न होने पर काम छोड़ने की चेतावनी दे दी है। ठेकेदार सुधीर ने निगम कमिश्नर को लिखित में चेतावनी दी है वह लगातार काम कर रहा है, बावजूद इसके कई महीने से भुगतान नहीं किया जा रहा। कांट्रैक्टर का आरोप है कि नया बिल 1.60 करोड़ से ऊपर का हो गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो महीने के दौरान हुए काम के बिल मंजूरी के लिए कमिश्नर के पास पड़े हैं। मगर उन्हें मंजूर नहीं किया जा रहा। इनमें नए ट्यूबवेल लगाने का काम भी शामिल है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों के करीब 21 लाख के बिल पास किए गए थे। उसका भुगतान जल्द किया जाए ताकि भविष्य में काम सुचारू ढंग से किया जा सके। बता दें कि, शहर में करीब 550 ट्यूबवेल हैं। इनमें से 350 ट्यूबवेल चलाने और उनके रखरखाव की जिम्मेदारी ठेकेदार सुधीर की एजेंसी एसकेई इंटरप्राइजेज के पास है।
करीब तीन महीने पहले भी बने थे ऐसे ही हालात
अगर भुगतान न होने पर ठेकेदार काम बंद करता है तो आधे से ज्यादा शहर में जल संकट गहरा सकता है। करीब तीन महीने पहले भी ऐसे ही हालात बने थे और तब करीब 350 ट्यूबेल का काम एक दिन के लिए बंद कर दिया गया था। इससे कई इलाकों में हाहाकार मच गया था। ठेकेदारों को पिछले पांच महीनों से भुगतान नहीं किया जा रहा है। शहर के कई महत्वपूर्ण काम रुके हुए हैं और इसे लेकर ठेकेदारों में नाराजगी भी है।

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