अमृतसर के मशहूर डाक्टर ने नहर में लगाई छलांग, आत्महत्या से पहले डेढ़ घंटे तक किनारे बैठे रहे
दुःख निवारण अस्पताल में कार्यरत ग्रीन एवेन्यू निवासी डा. सुभाष वोहरा पिछले 2 दिन से लापता थे। उनका मोबाइल फोन भी स्विच आफ था। तारा वाला पुल के पास गाड़ी मिलने के बाद पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर शव बरामद कर लिया है।

जासं, जालंधर। अमृतसर में नहर से डाक्टर का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। दुख निवारण अस्पताल में कार्यरत ग्रीन एवेन्यू निवासी डा. सुभाष वोहरा पिछले 2 दिन से लापता थे। उनका मोबाइल फोन भी आफ था। उनकी गाड़ी तारा वाला पुल के समीप मिली है। परिवार ने पुलिस में शिकायत की थी। गाड़ी मिलने के बाद पुलिस ने नहर में गोताखोरों को उतारा और उनका शव बरामद कर लिया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में आतमहत्या की आशंका जताई गई है।
पुलिस ने पास स्थित दरगाह में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। फुटेज में रविवार दोपहर तकरीबन साढ़े बारह बजे डा. सुभाष वोहरा कार से उतरे और नहर के किनारे जा पहुंचे। यहां डेढ़ घंटा तक रहे। वह कभी उठते और कभी बैठ जाते। फिर अचानक उन्होंने नहर में छलांग लगा दी। डा. वोहरा की पत्नी डा. वंदना गायनोकोलाजिस्ट हैं। डा. वोहरा के दो बेटे हैं।

अमृतसर में नहर का वह स्थान जहां से डा. संजीव वोहरा का शव बरामद हुआ है।
मुंद अस्पताल के पार्टनर थे डा. वोहरा
बता दें कि डा. सुभाष वोहरा रंजीत एवेन्यू स्थित मुंद अस्पताल के पार्टनर थे और ग्रीन एवेन्यू में रहते थे। पिछले कुछ दिनों से परेशान थे। परेशानी की वजह क्या थी, यह उन्होंने परिवार को भी नहीं बताया। बीते रविवार 15 मई को वह घर से कार पर निकले और फिर लौटकर नहीं आए। स्वजनों ने आसपास काफी तलाश की, पर कुछ पता नहीं चला। शनिवार देर रात डा. सुभाष वोहरा की कार तारांवाला पुल के नजदीक देखी गई । पुलिस और स्वजन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने गोताखोरों को नहर में उतारा। सुबह तकरीबन आठ बजे डा. वोहरा का शव नहर से बरामद हुआ।

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