सऊदी अरब, कतर और इंग्लैंड में गुजारे 12 साल फिर अमेरिका का सफर, हैरान कर देगी डिपोर्ट होकर लौटे जसपाल की कहानी
अमेरिका से सैन्य विमान से डिपोर्ट होकर अमृतसर लौटा जसपाल सिंह करीब एक महीने पहले ही डंकी लगाकर अमेरिका पहुंचा था। एजेंट के माध्यम से वह करीब दो साल पहले 30 लाख रुपये खर्च कर इंग्लैंड गया था। वहां से वह एक महीने पहले डंकी लगाकर अमेरिका चला गया। फिलहाल जसपाल घर नहीं पहुंचा है। स्वजन उसका इंतजार कर रहे हैं।
रमेश सोनी, फतेहगढ़ चूड़ियां। अमेरिका से डिपोर्ट होकर अमृतसर के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचा जसपाल सिंह करीब एक माह पहले ही डंकी लगाकर अमेरिका पहुंचा था। एजेंट के माध्यम से वह करीब दो साल तक 30 लाख रुपए खर्च कर इंग्लैंड गया था।
वहां से वह एक माह पहले डंकी लगाकर अमेरिका चला गया। फिलहाल जसपाल घर नहीं पहुंचा है। स्वजन उसका इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि उसके जल्द ही घर पहुंचने की उम्मीद है।
जसपाल की मां शिंदर कौर बेटे के सही सलामत लौट आने को लेकर परमात्मा का शुक्रिया करते नहीं थक रही हैं। जसपाल सिंह (36) निवासी हरदोरवाल, हाल निवासी सानन कॉलोनी, रेलवे रोड फतेहगढ़ चूड़ियां को अमेरिका में अवैध तौर पर रहने के कारण डिपोर्ट कर भारत भेजा गया है।
खबरों से चला पता
मां शिंदर कौर ने बताया कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि उनके बेटे को अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया है। खबरों से ही इस बात की जानकारी मिली कि अमेरिका से डिपोर्ट होने वालों में उनका बेटा भी शामिल है।
उन्हें बस इस बात की खुशी है कि वह सही सलामत घर लौट रहा है। इसके लिए वह परमात्मा की शुक्रगुजार है। उनका कहना है कि बाकी बातें बाद की हैं, वह केवल अपने बेटे की सलामती को लेकर खुश हैं।
घर में जसपाल की पत्नी गुरप्रीत कौर, बेटा दिलप्रीत सिंह और बेटी अर्शदीप सिंह हैं। उसके पिता नरिंदर सिंह की कुछ समय पहले मौत हो चुकी है। वह परिवार के अच्छे भविष्य के लिए अमेरिका गया था। उसका भाई जिंदर सिंह एसजीपीसी में काम करता है।
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परिवार के सपने टूटे
जसपाल सिंह के चाचा के बेटे जसबीर सिंह ने बताया कि जसपाल एक माह पहले ही अमेरिका पहुंचा था। उन्हें खबरों के माध्यम से ही पता चला कि उसे डिपोर्ट कर दिया गया है। अमेरिकी सरकार की नीतियों के कारण बड़ी संख्या में युवकों को डिपोर्ट किया गया है।
बड़े दुख की बात है कि जसपाल को लौटना पड़ा है। फिलहाल वह कब घर पहुंचेगा, इसकी कोई जानकारी नहीं है। जसपाल के साथ परिवार की कोई बात भी नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि पंजाब के कई युवक लाखों सपने लेकर विदेश जाते हैं। घर व परिवार के लिए कई सपने सजोए हुए होते हैं जो आज पूरी तरह से चकनाचूर हो गए।
डिपोर्ट होकर आने वाले सभी युवकों के घरों में मायूसी छाई हुई है। उसने बताया कि जसपाल के तीन एकड़ जमीन थी, जिसमें दो एकड़ बेचकर वह इंग्लैंड गया था। वह इंग्लैंड जाने से पहले 8 साल साउदी अरब और 4 साल तक कतर में भी रह चुका है।
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