विरोध के बाद कैप्टन सरकार का यू टर्न, पहले दी दुकानें खोलने की इजाजत और शाम को वापस ली
पंजाब सरकार ने 20 अप्रैल से कर्फ्यू के बीच किताब-स्टेशनरी एयर कंडीशन पंखे-एयर कूलर आदि की दुकानें खोलने की इजाजत वापस ले ली है। पहले इसकी मंजूरी दी गई और शाम को वापस ले लिया।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के दौरान पंजाब सरकार को एक बार फिर अपना यू टर्न लेना पड़ा है। कैप्टन सरकार ने अपना एक बार फैसला वापस ले लिया है। शनिवार को स्टेशनरी, एयर कंडीशन, पंखे-एयर कूलर आदि की दुकान खोलने का फैसला लेने के बाद रविवार शाम को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फैसले को वापस ले लिया। सरकार को सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा भारी विराेध के कारण अपने कदम खींचने पड़े हैं।
सोशल मीडिया पर हुआ विरोध, तीसरी बार फैसला वापस लेना पड़ा सरकार को
पिछले नौ दिनों में यह तीसरा मौका है जब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने फैसले को रिव्यू करना पड़ा या उसे वापस लेना पड़ा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार देर शाम को स्पष्ट किया है कि 3 मई तक कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाएगी और न ही रमजान के लिए विशेष छूट जाएगी।
अहम पहलू यह है कि पंजाब सरकार की तरफ से बाकायदा अधिकारिक प्रेस नोट जारी कर कहा गया कि 20 अप्रैल से10 श्रमिकों से अधिक संख्या वाले उद्योग, निर्माण गतिविधियों, स्टेशनरी की दुकानें, एसी, कूलर व पंखों आदि की बिक्री पर छूट दे दी गई है। इस फैसले की सोशल मीडिया पर बड़ी निंदा गई। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार देर शाम अपना फैसला वापस ले लिया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि 3 मई तक कर्फ्यू में कोई छूट नहीं दी जाएगी। जबकि पहले हाई वे पर पडऩे वाले ढाबों को खोलने की भी इजाजत दे दी गई थी। हालांकि इन ढाबों में बैठ कर खाने की इजाजत नहीं थी। ग्र्राहक केवल ढाबों से खाना पैक करवा सकते थे।
अहम पहलू यह है कि पटियाला में स्टेशनरी दुकान के मालिक कोरोना पाजिटिव पाया गया। इस दुकान मालिक की वजह से पटियाला में नौ पाजिटिव केस सामने आए है। ऐसे में पंजाब सरकार द्वारा स्टेशनरी की दुकानों को खोलने के फैसले की सोशल मीडिया पर खासी निंदा की जा रही थी। इससे पहले दो अन्य मौकों पर सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा।
देश में लाॅक डाउन के पहले चरण (14 अप्रैल) के खत्म होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में स्कूलों को 20 जून तक बंद करने के लिए कहा। जबकि इसी दिन सुबह ही शिक्षा मंत्री ने 3 मई तक स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए थे। इसी तरह पहले पंजाब सरकार ने आदेश जारी किए कि पंजाब में 14 अप्रैल के बाद कर्फ्यू नहीं बढ़ेगा। हालांकि बाद में 3 मई तक कर्फ्यू को बढ़ा दिया गया था।
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