पंजाब विधानसभा में फिर हंगामा, बहस के बाद GST बिल पास
पंजाब विधानसभा में जीएसटी बिल सर्वसम्मति से पास हो गया। पंजाब यह बिल पास करने वाला देश का 28वां राज्य है। सदन में भारी हंगामा हुआ। नवजोत सिद्धू व मजीठिया के बीच तीखी बहस हुई।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा में सोमवार को जीएसटी बिल पास हो गया। भारी शाेरशराबे के बीच वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने जीएसटी बिल पेश किया। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने रेत खनन मामले पर काम रोको प्रस्ताव रखा। इसे नामंजूर किए जाने पर अकाली विधायकों ने हंगामा किया अौर सदन से वाकआउट किया। आम आदमी पार्टी विधायक दल के नेता एचएस फूलका ने सुखपाल खैहरा को बजट सत्र से सस्पेंड करने को लेकर सदन से वाकआउट किया।
विधानसभा में पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने शाेर-शराबे के बीच जीएसटी बिल पेश किया। हंगामा बढ़ जाने के कारण स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोबारा लंबी बहस के बाद जीएसटी को सर्वसम्मित से पारित कर दिया गया। जीएसटी बिल पास करने वाला पंजाब देश का 28वां राज्य बन गया।
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बाद में बिक्रम सिंह मजीठिया से कांग्रेस को घोषणा पत्र में किसानों को लेकर किए गए वायदे पर घेरा। उन्हाेंने नवजोत सिंह सिद्धू पर खास कर निशाना साधा। मजीठिया बोले, ' सिद्धू कहते थे कांग्रेस तो मुन्नी से ज्यादा बदनाम हो गई। सिद्दू कहते थे मनमोहन सिंह सरदार ही नहीं हैं। इतना ही नहीं वह कहते थे मनमोहन अर्थशास्त्री नहीं व्यर्थ शास्त्री है।'
सिद्धू और मजीठिया में तीखी नोकझोंक
इसके बाद सिद्धू ने भी मजीठिया पर निशाना साधा। वह काफी ग़ुस्से में मजीठिया पर बरसे। इससे मजीठिया भी अापे से बाहर हो गए। अकाली दल के विधायक वेल में आ गए आैर हंगामा करने लगे। वे किसानों के मुद्दे को लेकर बोलने के सि समय की मांग करने लगे। स्पीकर द्वारा समय नहीं देने पर अकाली विधायक नारेबाजी करने लगे। इसे बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
सदन से वाकआउट करने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और शिअद विधायक।
इससे पहले भी अकाली दल द्वारा रेत खनन मामले को उठाए जाने पर सदन में कैबिनेट मंत्री नवजाेत सिंह सिद्धू और शिअद नेता बिक्रम सिह मजीठिया आमने-सामने हाे गए। दोनों में तीखी नोकझोंक हुई। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों ने रेत खनन मामले को उठाया और इस पर काम रोको प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की।
स्पीकर ने इसे ठुकरा दिया तो शिअद विधायक हंगामा करने लगे। इस पर कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अकाली दल को चिट्टा पर श्वेत पत्र लाना चाहिए। इसके बाद शिअद विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट कर गए।
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इससे पूर्व आप विधायक दल के नेता एचएस फूलका ने सुखपाल खैहरा को बजट सत्र से सस्पेंड करने को लेकर सदन से वाकआउट किया।आप के अन्य विधायक सदन में ही हैं और उन्होंने खैहरा के निलंबन के विरोध में काली पट्टी बांध रखी है।
खैहरा को पिछली कार्यवाही के दौरान सदन की वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड करने के कारण सदन से पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। उनको सदन की मर्यादा के हनन का दोषी ठहराया गया है।
विधानसभा के गलियारे में फर्श पर बैठे सुखपाल खैहराए सिमरजीत सिंह बैंस व बलविंदर सिंह बैंस।
इससे पहले लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को भी बजट सत्र के लिए सदन से सस्पेंड कर दिया गया था। उन पर सदन में हंगामा करने और स्पीकर पर कागजों का बंडल फेंकने का आरोप था। सुखपाल खैहरा और सिमरजीत सिंह बैंस सोमवार को सदन के बाहर फर्श पर बैठ गए। उनके साथ बलविंदर सिंह बैंस भी फर्श पर कुछ देर बैठे।
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विधानसभा में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सहित सभी मंत्री मौजूद हैं। विपक्ष के विधायक भी सदन में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज किसानों की कर्जमाफी, युवाओं के लिए रोजगार सहित कई अन्य मुद्दों पर प्रदेश सरकार का पक्ष रख सकते हैं। वह किसानों के लिए राहत पैकेज पर बड़ा ऐलान भी कर सकते हैं।
विधानसभा परिसर में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और मनप्रीत सिंह बादल कांग्रेस विधायकों के साथ।
बता दें कि 15 जून को शुरू हुए पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में अब तक की कार्यवाही का अधिकतर समय हंगामे की भेंट चढ़ा है। आम आदमी पार्टी और अकाली दल विभिन्न मुद्दों पर सदन में हंगामा करते रहे हैं। विधानसभा में साल 2017-18 का बजट 20 जून को पेश किया जाएगा।