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    'खनौरी-शंभू बॉर्डर पर लूट ने अहमद शाह अब्दाली की याद दिला दी', किसानों पर हुए एक्शन से भड़के प्रताप सिंह बाजवा

    Updated: Tue, 25 Mar 2025 10:31 PM (IST)

    विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण को मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा संपन्न न किए जाने पर सवाल उठाए। उन्होंने बेरोजगार युवाओं और कर्नल पुष्पिंदर बाठ पर पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। किसानों की हिरासत शंभू बॉर्डर पर लूट और आप विधायकों के रिश्तेदारों पर आरोप लगाए। मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।

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    Punjab News: विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा (जागरण फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण को मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा संपन्न नहीं किए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बाजवा ने कहा, यह एक परिपाटी है।

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    लोकसभा व राज्यसभा में प्रधानमंत्री और विधानसभा में मुख्यमंत्री राष्ट्रपति या राज्यपाल के अभिभाषण पर हुए बहस को संपन्न करते हैं। सोमवार को वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने बहस को संपन्न किया। मुख्यमंत्री शहर में थे। इसके बावजूद उन्होंने विधानसभा में आने की जहमत नहीं उठाई।

    कई मुद्दों पर बोले बाजवा 

    बाजवा ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि बेरोजगार नौजवानों के साथ मारपीट हो रही है, कर्नल पुष्पिंदर बाठ के साथ पुलिस अधिकारियों ने मारपीट की। उन्होंने अभी तक इस पर विधानसभा में स्पष्टीकरण नहीं दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा में मैंने मुद्दा उठाया था कि किसानों को घर बुलाकर सरकार ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

    जिस पर सरकार के मंत्री (कुलदीप धालीवाल) को बुरा लगा और उन्होंने कहा कि बैठक के लिए हमने नहीं केंद्र सरकार ने बुलाया था। जबकि डीजीपी गौरव यादव ने खुद मान लिया कि पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लिया।

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    'खनौरी और शंभू बॉर्डर पर हुई लूट-खसोट'

    बाजवा ने कहा कि धरना उठाने के चक्कर में खनौरी और शंभू बॉर्डर पर जिस प्रकार से लूट-खसोट हुई उसने अहमद शाह अब्दाली के समय को याद करवा दिया।

    बाजवा ने डीजीपी गौरव यादव से सवाल किया कि वो जिन किसानों के सामान लूटे गए उसका मुआवजा तो दे देंगे। लेकिन जिन्होंने डाका डाला है उन पर क्या कार्रवाई होगी। क्योंकि ट्रैक्टर ट्रालियां आम आदमी पार्टी के विधायक के रिश्तेदारों के पास से बरामद की गई है।

    वहीं, 31 मार्च को कर्नल पुष्पिंदर बाठ के परिवार को मुख्यमंत्री द्वारा मिलने के लिए समय देने पर सवाल खड़े करते हुए विपक्ष के नेता ने कहा, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उसके परिवार वालों ने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा था। लेकिन उन्हें नहीं मिला। जिसके बाद सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता मेरे साथ विधानसभा आए थे।

    मनीष सिसोदिया को प्रभारी बनाे पर सवाल

    तब यही कुलदीप सिंह धालीवाल व अन्य मंत्रियों ने भरोसा दिलवाया था कि विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद उनकी मुख्यमंत्री से मुलाकात करवा दी जाएगी। लेकिन आज तक वह मुलाकात नहीं हो पाई। क्योंकि रिमोट कंट्रोल इनके हाथ में नहीं है। पंजाब सुपर सीएम अरविंद केजरीवाल जो हैं।

    मनीष सिसोदिया को पंजाब में आप का प्रभारी बनाए जाने पर सवाल खड़े करते हुए बाजवा ने कहा कि कल आप के प्रभारी कह रहे थे कि पंजाब में अब सारे काम रॉकेट की तरह होगा। दिल्ली में तो सारे रॉकेट फेल हुए हैं। फ्यूज हुए रॉकेट पंजाब में कैसे चलेंगे।

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