पवन कुमार बंसल फिर हुए एक्टिव, कांग्रेस में टकराव की स्थिति; समर्थकों ने मनीष तिवारी के खिलाफ खोला मोर्चा
चंडीगढ़ में कांग्रेस नेताओं के बीच तनातनी बढ़ रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के समर्थकों ने सांसद मनीष तिवारी और कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। बता दें कि हाल के दिनों में बंसल समर्थकों की अनदेखी हो रही है। वहीं बंसल गुट चंडीगढ़ में AAP के साथ गठबंधन के पक्ष में भी नहीं है।

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। भाजपा की तरह कांग्रेस के नेताओं में टकराव और गुटबाजी बढ़ रही है। बिजली निजीकरण के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल खुलकर सामने आ गए हैं जबकि लोकसभा चुनाव के बाद से बंसल ने राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बनाई हुई थी। बंसल ने अब शहर के मुद्दों पर अपनी बात रखनी शुरू कर दी है। इसके साथ ही बंसल गुट ने सांसद मनीष तिवारी और कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की गुट के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है।
बंसल समर्थकों की हो रही है अनदेखी
इस समय पार्टी की ओर से बंसल समर्थक नेताओं की अनदेखी हो रही है। बंसल गुट चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में भी नहीं है। जिसका असर गठबंधन में दिख सकता है।
इस समय चंडीगढ़ के अलावा आप और कांग्रेस का गठबंधन कहीं पर भी नहीं है। असल यहां पर भी मेयर चुनाव के लिए भाजपा को रोकने के लिए गठबंधन की राजनीतिक मजबूरी है।
बिजली निजीकरण पर रोक के लिए बंसल ने लिखा पत्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने बिजली निजीकरण पर रोक के लिए प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को पत्र लिखा और इस समय खुलकर कर्मचारियों समर्थन मे आ गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री के बेटे मनीष बंसल कर्मचारियों और रेजिडेंट्स के साथ बिजली निजीकरण के खिलाफ शहर में रहे प्रदर्शन के लिए खुद सड़क पर उतर आए हैं।
मनीष बंसल के नेतृत्व में बापूधाम में शुक्रवार को कैंडल मार्च निकाला जबकि रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया है। दोनों गुट ने एक ही मुद्दें पर अलग अलग प्रदर्शन करके अपना दबदबा दिखाने का प्रयास किया है।
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आने वाले दिनों में टकराव बढ़ने की उम्मीद
दोनों प्रदर्शन में एक दूसरे के गुट के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने दूरी बनाई रखी। जिसके लिए अलग से राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। बंसल की सक्रियता से कांग्रेस अध्यक्ष लक्की गुट के समर्थक सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में अगले दिनों में दोनो गुट के बीच टकराव बढ़ने की उम्मीद है।
बंसल और मनीष तिवारी में छत्तीस का आंकड़ा
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में हाईकमान ने जब बंसल की टिकट काटकर मनीष तिवारी को उम्मीदवार बनाया तब से दोनो एक दूसरे के खिलाफ हो गए। बंसल गुट टिकट कटने में कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की को जिम्मेवार बताता है।
जबकि सांसद मनीष तिवारी के साथ तो बंसल का शुरू से ही छत्तीस का आकड़ा है इसलिए ही बंसल ने तिवारी के लिए लोकसभा चुनाव में कोई प्रचार नहीं किया। बंसल गुट की नजर दो साल बाद होने वाले नगर निगम चुनाव पर है वह अपने समर्थकों को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलवाना चाहते हैं।
बेटे के लिए जमीन मजबूत करना चाहते हैं बंसल
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने अपने बेटे मनीष बंसल को पंजाब विधानसभा चुनाव लड़वाने के बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए पंचकूला से टिकट भी मांगी थी। अब बंसल अपने बेटे की राजनीतिक जमीन चंडीगढ़ में मजबूत करना चाहते हैं। उनके समर्थक भी मनीष बंसल को अपना नेता मानते हुए आगे पार्टी में अपनी गतिविधि तेज करने जा रहे हैं।
चुनाव के बाद बंसल समर्थकों पर की गई कार्रवाई
लोकसभा चुनाव के बाद से बंसल के समर्थक नेता घर बैठे हैं। चुनाव का परिणाम आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से बंसल गुट के पांच सीनियर नेता दीपा दूबे, हाजिफ अनवर उल हक, रवि ठाकुर, अभिषेक शर्मा और साहिल दूबे को छह साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया।
जबकि पांच अन्य नेताओं को पदमुक्त कर दिया था जिसमे पूर्व मेयर हरफूल चंद कल्याण, हाकम सरहदी, विनोद शर्मा ,सतीश कैंथ और मनोज गर्ग शामिल थे। अब यह नेता अध्यक्ष लक्की गुट के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं।कार्रवाई होने के बावजूद इनमे से कोई नेता किसी अन्य दल में शामिल नहीं हुआ।
हम सभी कांग्रेसी हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे।पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल उनके नेता है। उन्होंने लंबे समय तक चंडीगढ़ का प्रतिनिधत्व किया है। वह अब सभी मनीष बंसल के नेतृत्व में काम करेंगे। बिजली निजीकरण के खिलाफ मनीष बंसल के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया है। आगे भी वह शहरवासियों के मुद्दों के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से चुनाव के बाद जो पार्टी नेताओं पर कार्रवाई की गई है वह गलत तरीके से की गई है। कार्रवाई से पहले नोटिस जारी करके पक्ष जानने का भी प्रयास नहीं किया गया। सभी नेता पार्टी हाईकमान के संपर्क में हैं।
रवि ठाकुर, पूर्व महासचिव एवं जिला अध्यक्ष एवं बंसल समर्थक नेता
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