Lok Sabha Election 2024: केजरीवाल की गिरफ्तारी और इलेक्शन... पंजाब में AAP पार्टी खेलने जा रही है 'सहानुभूति कार्ड'?
Lok Sabha Election 2024 दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार कर लिए गए हैं। ऐसे में आप पार्टी पंजाब में सहानुभूति कार्ड खेलने जा रही है। पार्टी ने इसकी शुरुआत केजरीवाल के समर्थन में मोहाली में एक रोष प्रदर्शन करके की लेकिन इस प्रदर्शन को ज्यादा सफलता नहीं मिली। हालांकि इस प्रदर्शन को ज्यादा तूल नहीं मिला। लोगों नेिलचस्पी कम ही दिखाई।
चंडीगढ़, इन्द्रप्रीत सिंह l आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में पार्टी लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे पर लोगों की सहानुभूति की लहर पर सवार होकर चुनावी दरिया पार करने के प्रयास में है। पार्टी ने इसकी शुरुआत केजरीवाल के समर्थन में मोहाली में एक रोष प्रदर्शन करके की, लेकिन इस प्रदर्शन को ज्यादा सफलता नहीं मिली।
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लोग नहीं ले रहे गंभीर
आधा दर्जन मंत्री, एक दर्जन विधायक और कई बोर्ड एवं कॉर्पोरेशनों के चेयरमैन व अन्य पदाधिकारी प्रदर्शन में शामिल तो हुए, लेकिन जिस प्रकार से नेता मंच पर अपना फोटो खिंचवाने के बाद उसे इंटरनेट मीडिया पर डाल रहे थे, उससे साफ पता चल रहा था कि प्रदर्शन में शामिल होना जरूरी नहीं, बल्कि शामिल होते हुए दिखना जरूरी है।
आधा दर्जन मंत्री और एक दर्जन विधायक मिलकर भी दो हजार से ज्यादा समर्थकों को नहीं जुटा पाए। इससे स्पष्ट है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी को पंजाब के लोग ज्यादा गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
केजरीवाल एक ईमानदार मुख्यमंत्री हैं!
पार्टी के ज्यादातर नेताओं, जिनमें वित्तमंत्री हरपाल चीमा हों या दूसरे मंत्री, सबका सबसे अधिक जोर इस बात पर लगा हुआ था कि वे मीडिया के माध्यम से अपने नेता को पाक साफ साबित करें। साथ ही, भाजपा नीत केंद्र सरकार को विपक्ष की आवाज दबाने वाला बताएं। जो लोग पंजाब में प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं, उन्होंने तो दो दिन से लगातार अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर यह कहना शुरू कर दिया है कि केजरीवाल एक ईमानदार मुख्यमंत्री हैं।
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भाजपा उन्हें चुनाव में प्रचार न करने देने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में माहौल बदलना तय है। अब तक पार्टी इस तैयारी में थी कि पंजाब में दो वर्ष में किए गए कामों, जिनमें निश्शुल्क बिजली, आम आदमी क्लीनिक और भ्रष्टाचार पर नकेल आदि को लेकर चुनाव मैदान में उतरा जाए। केजरीवाल की गिरफ्तारी से पार्टी ने अब रणनीति बदली है।
केजरीवाल की गिरफ्तारी राजनीतिक मुद्दा
निश्चित रूप से अब केजरीवाल की गिरफ्तारी और विपक्ष की आवाज को दबाना आदि को प्रमुखता से उठाया जाएगा। लोगों के मन में यह बात बैठाने का प्रयास किया जाएगा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक जगतार सिंह संघेड़ा का कहना है कि भाजपा यह अच्छी तरह से जानती है कि उसके खिलाफ बोलने वाले लोग सीमित हैं। केजरीवाल उनमें से एक हैं। केजरीवाल की गिरफ्तारी को राजनीतिक रूप से बड़ा मुद्दा बनाने का अच्छा मौका आप के पास है।
केजरीवाल की गिरफ्तारी और सहानुभूति की लहर
अभी भी हमारे पास निश्शुल्क बिजली और मोहल्ला क्लीनिक जैसे कई मुद्दे हैं। एक विधायक ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर कहा कि यह चुनाव सांसदों का ही नहीं, बल्कि विधायकों का भी है। जिस विधायक ने अपने क्षेत्र में अच्छा काम किया है, उसी के क्षेत्र में पार्टी 2022 के इतिहास को दोहरा पाएगी। हमारे लिए यह जरूरी है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर सहानुभूति की लहर खड़ी की जाए।
हालांकि, कई नेताओं का यह भी कहना है कि केजरीवाल के जेल जाने से पार्टी के पास बड़े पैमाने पर प्रचार करना अब मुश्किल हो जाएगा। अगर इस गिरफ्तारी को लेकर सहानुभूति की लहर नहीं बनती है तो पंजाबियों को बूथ तक लाना भी मुश्किल हो जाएगा।
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