सियासी जंग में टूटी मर्यादा, सुखबीर को कहा सुक्खा व बेशर्म तो सिद्धू और मनप्रीत को बताया ठग
पंजाब में एक बार फिर कांग्रेस और शिअद की जुबानी सियासी जंग तेज हाे गई है। इससे माहौल गर्मा गया है। इस दौरान नेता शब्दाें की मर्यादा भी पार करते दिख रहे हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब की राजनीति फिर गर्मा गई है अौर तीखी बयानबाजी के दौर चल रहे हैं। इस बार शिरोमणि अकाली दल की पोल खोल रैली इसका सबब बनी है। शिअद और कांग्रेस नेता एक-दूसरे पर इस कदर हमले कर रहे हैं कि शब्द मर्यादा की सीमा को पार कर जाते हैं। हमले व्यक्तिगत आक्षेप में तब्दील हो रहे हैं। सुखबीर बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया ने शिअद की ओर से मोर्चा संभाल रखा है। वे नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत बादल और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साध रहे हैं। इसके बाद सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने भी पलटवार किया है।
सुखबीर ने सिद्धू, मनप्रीत और कैप्टन अमरिंदर को ठग करार दिया तो सिद्धू ने सुखबीर को सुक्खा का नाम दिया और मजीठिया को समाज पर कलंक करार दिया। जाखड़ ने सुखबीर की बयानबाजी को बेशर्मी कहा है। उन्होंने बड़े बादल यानि प्रकाश सिंह बादल को भी लपेटे में ले लिया।
सुखबीर ने कहा- सिद्धू, कैप्टन व मनप्रीत बनारसी ठग
शिअद पंजाब मेें कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ पोल खोल रैली आयोजित कर रहा है। सुखबीर और मजीठिया इन रैलियों में सिद्धू और मनप्रीत बादल को खास निशाने पर लेते हैं। वीरवार को भी होशियारपुर जिले के सैलाखुर्द में आयोजित रैली में मनप्रीत बादल, नवजोत सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह पर खूब व्यक्तिगत तंज कसे। सुखबीर ने कहा कि सिद्धू, मनप्रीत और अमरिंदर तो बनारसी ठग हैं।
सुखबीर ने कहा कि इन ठगों ने पंजाब की भोली-भाली जनता को ठगा है। अब विकास के नाम पर इन ठगों की पोल खुल रही है तो पंजाब का खजाना खाली होने की बात कह वह लोगों को बहका रहे हैं। उन्होंने कहा, ' अगर ऐसी ही बात है तो कैप्टन को मैं खुली चुनौती देता हूं कि किसी भी मंच पर आकर मुझसे खुली बहस करें। मैं बताऊंगा कि हमने क्या किया और वह क्या कर रहे हैं।'
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उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार की नौ महीने के कार्यकाल में कुछ नहीं हुआ है। चाहे कोई भी क्षेत्र हो, हर मोर्चे पर यह सरकार फेल साबित हुई। कैप्टन और उनके मंत्री अपनी कमियों को छिपाने के लिए हमारी दस साल की सरकार पर आरोप लगवा रहे हैं। हमारी सरकार ने जितना 10 साल में पंजाब का विकास करवाया, कांग्रेस ने 60 साल के कार्यकाल में नहीं करवाया। सिवाय राजनीति के इन्होंने कुछ नहीं किया। चुनावों से पहले ये लोग दावे तो बड़े-बड़े कर रहे थे लेकिल सत्ता में आने पर उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया।
कैप्टन ने कसम खाकर जनता को गुमराह किया
सुखबीर ने कहा कि कैप्टन का जब कोई दांव नहीं चला तो धर्मिक ग्रंथों की कसम खानी शुरू कर दी और पंजाब की भोली-भाली जनता को गुमराह किया। लेकिन जनता ने इनका नौ महीने में ही रंग देख लिया है। लोग परेशान हैं। न तो कोई काम हो रहा है और जो काम हो रहे थे वह भी बंद हो गए। हालात यह है कई विभागों में तो कर्मचारियों को सही ढंग से वेतन ही नहीं मिल रहा।
आपसी गुटबाजी की भी उठी बात
विक्रमजीत सिंह मजीठिया ने पार्टी वर्करों की नब्ज टटोलते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में कहीं न कहीं हमारी हार का मुख्य कारण आपसी गुटबाजी रही है। अब हम एकजुट हो चुके हैं और हम पार्टी को जमीनी स्तर से मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने समूह अकाली वर्करों से अपील की कि वह एकजुट होकर चले और हर क्षेत्र में पार्टी का साथ दें।
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सुखबीर बादल ने पार की बेशर्मी की हदें : जाखड़
दूसरी ओर, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सुखबीर बादल पर निशाना साधा। जाखड़ ने कहा कि पोल खोल रैली के बहाने सुखबीर सिंह बादल बेशर्मी की हदें पार कर रहे हैं। लेकिन, प्रदेश के लोगों ने 10 महीने पहले पहले ही अकाली दल की ऐसी पोल खोली थी कि उनको विपक्ष में खड़े होने की जगह तक नहीं दी। तरनतारन के पट्टी क्षेत्र में जाखड़ ने कहा कि अब तो पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल की वृद्धावस्था पर तरस आता है। बादल विधायक होते हुए भी विधानसभा में इसलिए नहीं आते कि शिअद के पास विपक्ष के नेता का पद भी नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि बहिबल कलां कांड की रिपोर्ट आते ही पंजाब के लोग शिअद को ऐसा सबक सिखाएंगे कि 50 साल तक खोजने पर भी अकाली नजर नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि हरसिमरत कौर बादल की केंद्रीय मंत्री की कुर्सी सुरक्षित रखने लिए शिअद द्वारा देश के बजट पर तालियां बजाई जा रही हैं। खुद को पंथक करार देने वाला अकाली दल लंगरों पर लगे जीएसटी के मामले पर चुप क्यों है। उन्होंने कहा कि डिग्रियां करने वाले युवाओं से पकौड़े बिकवाने वाली केंद्र सरकार को देश के लोग 2019 में सबक सिखाएंगे।
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सिद्धू ने सुखबीर को बताया सुक्खा, मजीठिया को कहा समाज पर कलंक
उधर नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सुखबीर बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि मजीठिया समाज पर कलंक है। उसका नाम काले अक्षरों में लिखा जाएगा। सिद्धू चंडीगढ़ में सुखबीर बादल और मजीठिया पर जमकर बरसे। इसके बाद सिद्धू ने संगरूर में आयोजित एक सभा में सुखबीर बादल पर निशाना साधा। इस क्रम में उनके शब्द मर्यादा की सीमा को लांघ गए।
सिद्धू ने कहा, ' मां का दूध पिया है तो सुक्खा (सुखबीर) पंजाब के मुद्दों पर बहस करने के लिए अाएं। पंजाब के किसी भी गांव, किसी भी नुक्कड़ या किसी भी जगह पर कुर्सी बिछा कर बैठकर वह बहस करें। पिछले दस वर्ष के दौरान पंजाब को लूट कर खाने वाले बादलों से बहस करने को मैं नवजोत सिंह सिद्धू तैयार हूं।' वह अपने खास अंदाज में बोले, 'राज नहीं सेवा का नारा लगाकर पंजाब की सेवा नहीं, पंजाब का मेवा खा गया सुक्खा।'