मनप्रीत बादल बोले- आइएएस अफसरों को नहीं आती अंग्रेजी, बढ़ा विवाद
पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के आइएएस अफसरों पर बयान से विवाद पैदा हो गया है। मनप्रीत ने एक कार्यक्रम में कहा दिया कि अाइएएस अफसरों को इंग्लिश समझ में नहीं आती है।
चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। वित्तमंत्री मनप्रीत बादल एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने आइएएस अफसरों से विवाद मोल लिया है। एक कार्यक्रम में उन्होंने अफसरों पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'पंजाब के आइएएस अफसरों को अंग्रेजी नहीं आती। केवल एक दो आइएएस अफसरों को ही सही इंग्लिश लिखनी आती है। अधिकतर आइएएस अफसरों को यह तक नहीं पता कि आखिर अंग्रेजी कैसे लिखी जाती है। '
मनप्रीत बादल पंजाब यूनिवर्सिटी में वर्ल्ड पंजाबी कांफ्रेंस में बोल रहे थे। मंत्री की इस टिप्पणी पर किसी अफसर ने खुलेआम तो कुछ नहीं बोला, लेकिन वे सोशल मीडिया खासकर वॉट्सएप पर खूब गुस्सा निकाल रहे हैं। बताया जाता है कि अफसर इस टिप्पणी से खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। आइएएस अफसरों के एक वॉट्सएप ग्रुप में पाच-छह अधिकारियों ने इस पर तीखी नाराजगी व्यक्त की है।
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एक सीनियर आइएएस अधिकारी ने यहा तक लिख दिया कि देश भर में लाखों लोग आइएएस बनने के लिए यूपीएससी एग्जाम देते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही चुने जाते हैं। अकाली-भाजपा सरकार में उच्च पद पर रहे एक अन्य सीनियर अधिकारी ने लिखा कि मंत्री ने तो यूपीएससी की क्रेडिबिलिटी पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। यह मंत्री के लिए भी अच्छा नहीं है।
जागरण से बातचीत में एक सीनियर आइएएस अफसर ने कहा, 'मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि मनप्रीत सिंह बादल जैसे सीनियर मंत्री इस तरह की टिप्पणी सार्वजनिक तौर पर कर सकते हैं। हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, लेकिन क्या कर सकते हैं, आखिर वह एक मंत्री हैं।'
आइएएस एसोसिएशन का टिप्पणी से इन्कार
आइएएस अफसर एसोसिएशन ने भी इस पर कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। पंजाब आइएएस अफसर एसोसिएशन के प्रधान केबीएस सिद्धू ने कहा कि हर कोई अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है और उसमें मंत्री भी शामिल हैं। मैं इस मुद्दे पर इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। गौरतलब है कि मनप्रीत इससे पहले किसानों की बिजली सब्सिडी बंद करने की वकालत करके अकाली-भाजपा सरकार में वित्तमंत्री रहते हुए घिर गए थे।
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'' आइएएस अफसरों की इंग्लिश मनप्रीत बादल को समझ नहीं आती और अफसरों को मनप्रीत की अरबी व फारसी समझ में नहीं आती। कोई सिक्के उछाल कर, कोई शेर सुना कर, कोई ताली ठोक कर सरकार चला रहा है। स्वतंत्र फौजी मस्ती में आनंद मना रहा है। यह है एक साल की कारगुजारी।
- विजय सांपला, ट्विटर।