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    AAP में फूट का दावा: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी की चेतावनी, 'पंजाब में राजनीतिक उथल-पुथल से देश की सुरक्षा को खतरा'

    पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता के चलते कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चेताया है कि इससे देश की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और यहां किसी भी तरह की अस्थिरता का फायदा हमारे पड़ोसी देश उठा सकते हैं। तिवारी ने केंद्र सरकार से सीमावर्ती राज्यों के लिए एक सीमा नीति बनाने की अपील की है।

    By Agency Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Tue, 11 Feb 2025 12:32 PM (IST)
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    कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता से देश की सुरक्षा को खतरा। फाइल फोटो

    एएनआई, चंडीगढ़। पंजाब में विपक्ष द्वारा उठाई गई चिंताओं के बीच कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार कभी भी गिर सकती है, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि पंजाब में किसी भी राजनीतिक अस्थिरता के बहुत गंभीर राष्ट्रीय परिणाम होंगे।

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    दिल्ली ने पंजाब को कभी नहीं समझा: मनीष तिवारी

    समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि दिल्ली ने पंजाब को कभी नहीं समझा है और दुर्भाग्य से, दिल्ली पंजाब को कभी नहीं समझ पाएगी क्योंकि राज्य का एक अलग लोकाचार है, एक अलग संस्कृति है, एक अलग समन्वय है और यह एक अलग लय में है।

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    उन्होंने यह भी बताया कि एक सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब को बहुत सावधानी से संभालने की जरूरत है और केंद्र को सीमावर्ती राज्यों के लिए एक 'सीमा नीति' बनाने की जरूरत है।

    केंद्र से की 'सीमा नीति' बनाने की अपील

    कांग्रेस सांसद ने कहा कि पंजाब में किसी भी राजनीतिक अस्थिरता के बहुत गंभीर राष्ट्रीय परिणाम होंगे। पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है। हमारा पश्चिमी पड़ोसी पंजाब की शांति को नष्ट करने की कोशिश में हमेशा अति सक्रिय रहता है। इसलिए, कुछ सीमावर्ती राज्य हैं, जिन्हें बहुत सावधानी से संभालने की जरूरत है। पूर्वोत्तर, मणिपुर में स्थिति स्थिर होने से बहुत दूर है और इसलिए भारत सरकार को वास्तव में सीमावर्ती राज्यों के लिए एक 'सीमा नीति' बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

    भाजपा ने पंजाब में आप सरकार गिरने का किया दावा

    बता दें कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें हासिल करके जीत हासिल की है। AAP को भारी झटका लगा है, उसे केवल 22 सीटें हासिल हुईं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के बाद से अब पंजाब में भी आप की सरकार गिरने का दावा किया जा रहा है।

    कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने सोमवार को कहा कि पंजाब में आप सरकार के पतन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और पार्टी की राज्य इकाई 'ताश का घर' है जो जल्द ही ढह जाएगा, क्योंकि बहुप्रचारित दिल्ली मॉडल, जिसे भगवंत मान सरकार पंजाब में लागू करना चाहती थी, उसको दिल्ली ने सिरे से खारिज कर दिया है।

    AAP के 30 से अधिक विधायक कांग्रेस के संपर्क में: बाजवा

    इससे पहले सोमवार को भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा था कि दिल्ली के लोगों ने उन्हें राज्य की स्थिति के लिए दंडित किया है और चेतावनी दी है कि पंजाब को भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ेगा।

    गौरतलब हो कि इससे पहले रविवार को कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया था कि पंजाब में 30 से अधिक आप विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं और पाला बदलने के लिए तैयार हैं।

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