ग्रामीणों का पुलिस पर आरोप, कहा- नहीं लिया जा रहा नशे के खिलाफ एक्शन, गांव में चीनी से ज्यादा बिकता है चिट्टा
Bathinda News बठिंडा के ग्रमीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ कोई भी एक्शन नहीं लिया जा रहा है। जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां लोगों को पुलिस से उम्मीद नहीं रही तो अब अपने स्तर पर कमेटियां गठित कर इसके खिलाफ अभियान चला रहे हैं। पुलिस के पास मामले की शिकायत करते हैं लेकिन इसमें किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती है।

बठिंडा, जागरण संवाददाता। नशे के खिलाफ राज्य सरकार के तमाम दावे उस समय खोखले साबित होते हैं, जब गली मोहल्लों में चिट्टा नशा सरेआम बिकने के साथ कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौती बनने लगा है।
जिले के कई गांव ऐसे हैं, जहां लोगों को पुलिस से उम्मीद नहीं रही, तो अब अपने स्तर पर कमेटियां गठित कर इसके खिलाफ अभियान चला रहे हैं। तलवंडी साबो के गांव भागीवांदर में पुलिस प्रशासन व सरकार से उम्मीद खो चुके लोगों ने नशे के खिलाफ एक एक्शन कमेटी का गठन कर लिया। यह कमेटी गांव के ही नौजवानों व बुजुर्ग लोगों के सहयोग से काम कर रही है।
गांव में नहीं रह पाएंगे नशा करने वाले लोग
इस कमेटी ने स्पष्ट कहा है कि गांव में न तो नशा करने वाले रहेंगे न उसे बेचने व संरक्षण करने वालों को रहने दिया जाएगा। इसके बाद पुलिस प्रशासन भी हरकत में आ गया। वहीं डीएसपी तलवंडी साबो बूटा सिंह पुलिस टीम के साथ गांव में पहुंचे व लोगों के बीच बैठक कर नशे की तस्करी व उसे रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा की।
इस दौरान स्थानीय लोगों ने अपना दर्द बया करते कहा कि गांव में सफेद चीनी से ज्यादा चिट्टे नशे की खपत है व यहां तस्कर सरेआम नौजवानों को इस नशे की सप्लाई दे रहे हैं।
चिट्टे नशे की बिक्री की दुकानें ज्यादा
गांव में करियाना की दुकानें कम तो चिट्टे नशे की बिक्री के ज्यादा है। इसके बाद डीएसपी बूटा सिंह ने कहा कि पुलिस ग्रामीणों के साथ है व उनकी तरफ से बताए गए सभी जगहों पर छापामारी कर तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोगों ने बताया कि चिट्टे नशे से वह इतने परेशान हैं कि आए दिन नौजवान इसके सेवन कर मर रहे हैं। गांव में घरों में चोरी हो रही है। रात के समय घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है।
नशे के लिए लूटपाट करने वाले लोग सड़कों पर करते हैं नाकाबंदी
नशे के लिए लूटपाट करने वाले लोग सड़कों में नाकाबंदी कर बैठे रहते हैं व किसी भी आने जाने वाले के साथ लूट कर फरार हो जाते हैं व जो विरोध करता है उसके ऊपर जानलेवा हमले भी कर देते हैं। इसी परेशानियों से निजात पाने के लिए अब गांव के लोगों ने सामूहिक तौर पर एक कमेटी का गठन करने का फैसला किया है।
कमेटी का मकसद अपने वार्ड को नशा मुक्त करना है। गांव की महिलाओं ने बताया कि उनके गांव में चिट्टा नशा बिकता है और बाहर से भी कई लोग नशा खरीदने आते हैं।
पुलिस नहीं करती है किसी पर कार्रवाई
पुलिस के पास मामले की शिकायत करते हैं, लेकिन इसमें किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती है। गांव में दुकानों में करियाना व दवा बेचने की जगह चिट्टा नशा बेच रहे हैं। पंजाब में आम आदी पार्टी ने चुनावों में लोगों से वादा किया था कि नशे को जड़ से समाप्त कर देंगे, लेकिन सरकार इस वादे को निभाने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि नशा तस्कर सरेआम सप्लाई देते हैं। वहीं इसका विरोध करने वालों को धमकियां दी जाती है।
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