अंडों में कैंसरकारक तत्वों के दावे निराधार, पंजाब पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन ने कहा- अफवाहों से बचें
पंजाब पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन ने सोशल मीडिया पर अंडों की गुणवत्ता को लेकर चल रहे भ्रामक प्रचार का खंडन किया है। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि पंजाब में उ ...और पढ़ें

बाजारों में बिक रहे अंडे। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, बरनाला: पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर अंडों की गुणवत्ता और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। इस पर विराम लगाते हुए पंजाब पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन ने कड़ा रुख अपनाया है।एसोसिएशन के सरपरस्त राजेश गर्ग बब्बू, चेयरमैन विवेक सिंधवानी और अध्यक्ष अमृतपाल सिंह ने संयुक्त रूप से वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि देश और विशेषकर पंजाब में उत्पादित होने वाले अंडे उपभोग के लिए शत-प्रतिशत सुरक्षित हैं। एसोसिएशन के सरपरस्त राजेश गर्ग बब्बू ने मीडिया के सामने तथ्य रखते हुए कहा कि हाल ही में कुछ अनधिकृत रिपोर्टों और सोशल मीडिया पोस्ट्स के माध्यम से यह दुष्प्रचार किया गया कि अंडों में 'नाइट्रोफुरन मेटाबोलाइट्स' जैसे तत्व पाए जा रहे हैं।
कहा जा रहा है कि ये कैंसर का कारण बन सकते हैं। गर्ग ने कहा कि यह न केवल वैज्ञानिक रूप से गलत है, बल्कि एक गहरी साजिश का हिस्सा प्रतीत होता है ताकि आम जनता के मन में डर पैदा कर पोल्ट्री उद्योग को संकट में डाला जा सके। उन्होंने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के हालिया स्पष्टीकरण का हवाला देते हुए बताया कि इन दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।
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नाइट्रोफुरन मेटाबोलाइट्स की मौजूदगी तय सीमा से नीचे
चेयरमैन विवेक सिंधवानी ने तकनीकी मानकों पर प्रकाश डालते बताया कि एफएसएसएआई ने स्पष्ट रूप से निर्धारित किया है कि नाइट्रोफुरन मेटाबोलाइट्स के अवशेषों की मौजूदगी यदि 1.0 ग्राम/किलोग्राम की तय सीमा से नीचे है, तो वह किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य जोखिम का संकेत नहीं देती।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत का खाद्य सुरक्षा नियामक ढांचा अत्यंत सुदृढ़ है और यह यूरोपीय संघ और अमेरिका जैसे देशों के अंतरराष्ट्रीय मानकों के पूर्णतः अनुरूप है। विवेक सिंधवानी ने आगे कहा, अंडों को लेकर फैलाई जा रही रिपोर्टों में कुछ अलग-थलग प्रयोगशाला निष्कर्षों को एकीकृत करके पेश किया जा रहा है, जो कि भ्रामक है। उ
पभोक्ता केवल आधिकारिक सरकारी डेटा और सत्यापित वैज्ञानिक साक्ष्यों पर ही भरोसा करें। हमारी पोल्ट्री उत्पादन प्रणाली में नाइट्रोफ्यूरान का उपयोग सख्त वर्जित है और उत्पादन के हर स्तर पर इसकी निगरानी की जाती है।
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पोल्ट्री उद्योग स्वच्छता मानकों पर खरा
अध्यक्ष अमृतपाल सिंह ने एसोसिएशन की ओर से उपभोक्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि पंजाब का पोल्ट्री उद्योग स्वच्छता और गुणवत्ता के उच्चतम मानकों का पालन कर रहा है। उन्होंने कहा, 'अंडा प्रोटीन का सबसे सस्ता, सुलभ और श्रेष्ठ स्रोत है। यह एक प्राकृतिक 'सुपरफूड' है जिसमें शरीर के लिए आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन और मिनरल्स होते हैं।
इसे संतुलित आहार का एक सुरक्षित और अहम हिस्सा माना गया है। कैंसर जैसे गंभीर रोग के साथ इसका नाम जोड़ना न केवल अनुचित है, बल्कि जनमानस के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी है क्योंकि इससे लोग पौष्टिक आहार से वंचित हो सकते हैं।

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