सुखबीर सिंह बादल पर हमले के बाद अलर्ट पर पंजाब पुलिस, अकाल तख्त से सजा पाने वाले सभी नेताओं की बढ़ाई सुरक्षा
Punjab News श्री अकाल तख्त साहिब से सजा पाने वाले सभी नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुखबीर बादल (Sukbir Singh Badal Attack) पर हुए हमले के बाद यह फैसला लिया गया है। पुलिस का मानना है कि शिरोमणि अकाली दल के विरोधी इन नेताओं पर हमले कर सकते हैं। ऐसे में आज सभी नेताओं को सुरक्षा के घेरे में रखा गया।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। श्री हरिमंदिर साहिब के प्रवेश द्वार पर पहरेदारी की सजा भुगत रहे पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर बादल पर हुए हमले के बाद श्री अकाल तख्त साहिब से लगाई गई सजा भुगत रहे सभी नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुलिस का मानना है कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के विरोधी इन नेताओं पर हमले कर सकते हैं। लंबी पूछताछ के बाद भी सुखबीर पर गोली चलाने वाले आतंकी नारायण सिंह चौड़ा से पुलिस कुछ नहीं उगलवा सकी है।
तीन दिन के रिमांड पर नारायण सिंह
गुरुवार को अदालत में पेश कर पुलिस ने उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया है। बुधवार को सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले के बाद गुरुवार को तमाम पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा की समीक्षा की गई। मौजूदा हालात को देखते हुए सभी की सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला हुआ।
गुरदासपुर जिले के चौड़ा गांव निवासी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा को गुरुवार रात अमृतसर स्थित पंजाब के एक मात्र ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर (जेआइसी) में पूछताछ के लिए ले जाया जाएगा। एनआइए, आइबी, सहित करीब आधा दर्जन एजेंसियों के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं।
पाक से आई थी ग्लॉक पिस्तौल
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपित ने कई राज खोले हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है कि चौड़ा से बरामद ग्लॉक पिस्तौल को दो वर्ष पहले पाकिस्तान से तस्करी के जरिये लाया गया था। उस पर कुल 31 केस दर्ज हैं।
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सुखबीर का सुरक्षा घेरा बढ़ा
श्री अकाल तख्त साहिब से सुखबीर सिंह बादल के अलावा सुखदेव सिंह ढींडसा, सुच्चा सिंह लंगाह, हीरा सिंह गाबड़िया, बलविंदर सिंह भूंदड़ , गुलजार सिंह रणिके और डॉ. दलजीत सिंह चीमा को भी सेवा लगाई गई है।
श्री हरिमंदिर साहिब में दो दिन की सजा भुगतने के बाद सुखबीर बादल गुरुवार सुबह करीब 8:50 बजे श्री आनंदपुर साहिब स्थित तख्त श्री केसगढ़ साहिब पहुंचे। इस दौरान उन्हें करीब साढ़े चार सौ पुलिस कर्मचारियों के सुपर सिक्योरिटी घेरे में रखा गया।
एसजीपीसी की टास्क फोर्स के सौ कर्मचारी और यूथ अकाली दल की ब्रिगेड के सौ के करीब युवाओं ने भी उन्हें अपने घेरे में ले रखा था। उन्होंने सबसे पहले सेवादार का नीला चोला पहन, गले में तख्ती डालकर और हाथ में बरछा पकड़कर दस बजे तक मुख्य द्वार पर पहरेदारी की सेवा निभाई।
जूठे बर्तन और जूते साफ कर की सेवा
इसके उपरांत व्हील चेयर पर बैठकर कीर्तन श्रवण किया और अन्य मंत्रियों के साथ संगत के जूठे बर्तन और जूते साफ करने की सेवा निभाई। बता दें कि श्री हरिमंदिर साहिब में दो दिन की धार्मिक सजा पूरी करने के बाद सभी नेताओं ने तख्त श्री केसगढ़, तख्त श्री दमदमा साहिब, गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब और गुरुद्वारा श्री मुक्तसर साहिब में दो-दो दिन सजा भुगतनी है।
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