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जलियांवाला बाग की पुरानी लुक बहाल करवाने के लिए बांटे पंफ्लेट

लियांवाला बाग में बीस करोड रुपये खर्च कर किए गए सुंदरीकरण के खिलाफ जलियांवाला बाग संघंर्ष कमेटी की ओर से लोगों को जागरूक करने के लिए पंफ्लेट बांटे गए और साथ ही कहा कि सरकार ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 07:32 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 07:32 PM (IST)
जलियांवाला बाग की पुरानी लुक बहाल करवाने के लिए बांटे पंफ्लेट

जासं, अमृतसर : जलियांवाला बाग में बीस करोड रुपये खर्च कर किए गए सुंदरीकरण के खिलाफ जलियांवाला बाग संघंर्ष कमेटी की ओर से लोगों को जागरूक करने के लिए पंफ्लेट बांटे गए और साथ ही कहा कि सरकार ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है। कमेटी के कनवीनर जसवंत सिंह रंधावा ने कहा कि जलियांवाला बाग को पूरी तरह से बदल दिया है। अब यह देखने में शहीदों की स्थली नहीं बल्कि एक म्यूजियम लगता है। सरकार को चाहिए कि तुरंत बाग की पुरानी लुक को बहाल किया जाए। इसी तहत लोगों को जागरूक करने के लिए वह पंफ्लेट बांट रहे हैं। पंफ्लेट में जलियांवाला बाग के कांड का पूरा इतिहास लिखा गया है कि आखिरकार कब-कब क्या हुआ था। उन्होंने कहा कि गली, जहां से लोग अंदर गए थे, वहां पर हंसते-खेलते लोगों के स्टैच्यू लगा दिए हैं। इसी तरह कुएं की लुक पूरी तरह से बदल डाली है। स्टैच्यू तुरंत हटाए जाने चाहिए। बाहर जाने का नया रास्ता बंद किया जाए। आने-जाने के लिए एक ही पुराना रास्ता बहाल होना चाहिए। कुएं के इर्द-गिर्द लगाए गए शीशे को हटाया जाए। कीचड़ में उगने वाले कमल इस जगह से हटाया जाए। टूरिस्ट के लिए टिकट लगाने के लिए तैयार की गई खिड़कियों को तुरंत बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि अब जरूरत है कि सब मिल खड़े होकर अपने पुराने इतिहास को बहाल करवाने के लिए अपना योगदान डाले।

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