IED तैयार करने में माहिर है लाजर मसीह, ISI से वीडियो कॉल पर लेता है जानकारी; BKI से जुड़ा है आतंकी
लाजर मसीह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का कुख्यात आतंकी जिसे हाल ही में यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है वह आईइडी बनाने में माहिर है। वह आईएसआई हैंडलरों से वीडियो कॉल पर विस्फोटक की जानकारी लेता था और आईइडी तैयार करता था। लाजर पहले भी कई बार आईइडी ग्रेनेड और हेरोइन की सप्लाई कर चुका है। हाल ही में इसे यूपी के कौशांबी से गिरफ्तार कर लिया गया है।

नवीन राजपूत, अमृतसर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के हत्थे चढ़कर महाकुंभ में आतंकी वारदात को अंजाम देने में विफल रहने वाला लाजर मसीह आईइडी तैयार करने में माहिर है। वह आईएसआई हैंडलरों से वीडियो कॉल पर विस्फोटक की जानकारी लेता था और आईइडी तैयार करने में जुट गया।
पहले कई बार सप्लाई कर चुका है आईइडी, ग्रेनेड और हेरोइन
आईइडी, ग्रेनेड और हेरोइन वह पहले कई बार सप्लाई कर चुका है। इस दौरान ही वह विदेश में बैठे कुख्यात गैंगस्टर से आतंकी बने हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी पशियां के बाद सीधे आईएसआई के हैंडलरों से बात करने लगा था। ड्रोन के मार्फत भारतीय हद में उसके इशारे पर कई बार हथियार और हेरोइन की खेपें गिराई जा चुकी हैं। जिसे वह ठिकाने लगाता रहा।
यूपी एसटीएफ द्वारा लाजर मसीह की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उसके अमृतसर (देहात) पुलिस जिला स्थित रमदास के कुरालियां गांव में डेरा जमा लिया है। पता लगाया जा रहा है कि आरोपित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ किसी तरह जुड़ा।
तीन साल पहले हेरोइन तस्करी के कारोबार से जुड़े लाजर मसीह का खाका भी सुरक्षा एजेंसियां बीते चौबीस घंटे में खंगाल चुकी हैं। लाजर के पिता कुलविंदर सिंह की मौत हो चुकी है और उसका भाई पतरस मसीह के खिलाफ भी नशा तस्करी के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं और वह वर्तमान में राजस्थान की किसी जेल में बंद है।
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लाजर के खिलाफ हथियार और हेरोइन सप्लाई करने का मामला दर्ज
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लाजर मसीह के खिलाफ घरिंडा थाने की पुलिस ने 11 जनवरी 2024 को हथियार और हेरोइन सप्लाई करने का मामला दर्ज किया था। लाजर की निशानदेही पर बाद में राजासांसी के खेतों से डेढ़ किलो हेरोइन और हथियार बरामद किए गए थे।
जेल में रहने के बावजूद लाजर मसीह विदेश में बैठे आईएसआई हैंडलरों के संपर्क में था और फिर योजनाबद्ध तरीके से उसे 23 सितंबर 2024 को गुरु नानक देव अस्पताल की सर्जिकल वार्ड पांच के बिस्तर नंबर 20 पर पड़ा रहकर कभी पेट में दर्द तो कभी छाती में दर्द का बहाना बनाता रहा। यही नहीं आतंकी वहां से भागने के लिए कभी अस्पताल प्रबंधन और सुरक्षाकर्मियों को गच्चा देता रहा। 24 सितंबर की शाम जब आरोपित की एक नहीं चली तो पेशाब के बहाने सुरक्षाकर्मी पलविंदर सिंह के साथ हाथापाई करते हुए हथकड़ी सहित वहां से भाग निकला।
फरारी का षड़यंत्र हो चुका था पहले तैयार
जब पुलिस ने लाजर की फरारी की जांच शुरू की तो पता चला कि लाजर बीकेआई और आईएसआई हैंडलरों के सीधे संपर्क में आ चुका है। उसे जेल से निकलवाने का षड़यंत्र भी पहले से ही रचा जा चुका था। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को यह पता नहीं था कि लाजर आने वाले कुछ महीनों में ही इतने बड़े कारनामों को अंजाम देने यूपी पहुंच जाएगा।
जेल के कॉन्टैक्ट खंगाल रही एजेंसियां
लाजर की गिरफ्तारी के बाद उसका घर बंद पड़ा है। सुरक्षा एजेंसियां पता लगाने में जुटी हैं कि फताहपुर जेल में रहते हुए लाजर किस बैरक में बंद था और उसके साथ किस किस अपराध के लोग शामिल थे। यह भी पता लगाया जा रहा है कि जेल में रहने के दौरान लाजर से कोई मोबाइल बरामद हुआ था या नहीं।

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