Amritsar News: महिला का पासपोर्ट भारतीय, तीन बच्चों का पाकिस्तानी, नहीं मिली वापस जाने की अनुमति
Attari Wagah Border अटारी सीमा पर भारतीय महिला फरहात को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं मिली। दिल्ली में जन्मी फरहात का निकाह पाकिस्तान में हुआ था और उसके तीन बच्चे हैं। वह 5 महीने की गर्भवती है और 3 दिन से अटारी बॉर्डर पर अटकी है। पाकिस्तान से आए हिंदू श्रद्धालुओं का जत्था वाघा बॉर्डर से वापस रवाना हो गया।

संवाद सहयोगी, अटारी (अमृतसर)। भारतीय महिला फरहात को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं मिली है। अटारी सीमा पर फरहात ने रोते हुए कहा कि उसका जन्म दिल्ली में हुआ है। अभिभावकों ने पाकिस्तान में रहने वाले रिश्तेदारों से रिश्तेदारी बढ़ाने के लिए उसका निकाह पाकिस्तान में कर दिया। आठ साल पहले उसकी शादी हुई थी और फरहात के तीन बच्चे हैं। इनमें दाउद की आयु ढाई वर्ष, हफसा की पांच वर्ष व बड़े बेटे की आयु सात वर्ष है।
पाकिस्तान जानें की नहीं मिली अनुमति
तीनों बच्चों का पासपोर्ट पाकिस्तानी है और उसका पासपोर्ट भारतीय है। पांच महीने की गर्भवती फरहात ने विलाप करते हुए कहा कि वह तीन दिन से अटारी आ रही है पर पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं मिली।
45 दिन के वीजा पर भारत आई फरहात 28 दिन पहले अपने मायके घर बच्चों को लेकर आई थी। उसने कहा कि वह गरीब है, उसे कहा जा रहा है कि वह दुबई के रास्ते रवाना हो सकती है। वह इतने पैसे कहां से लाएगी।
पाकिस्तान से भारत आए हिंदू वतन रवाना
फरवरी में पड़ोसी देश पाकिस्तान से आया हिंदू श्रद्धालुओं का जत्था अंतरराष्ट्रीय अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान रवाना हो गया। जत्थे में 50 श्रद्धालु आए थे, जिनमें 25 श्रद्धालु भारत में ही ठहरे हुए हैं। जत्थे के नेता सादा जी की अगुआई में 25 श्रद्धालुओं ने हरिद्वार में धार्मिक स्थलों के दर्शन किए।
यात्री राजस्थान व जैसलमेर भी गए थे। पाकिस्तानी हिंदू अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ आए थे। अंतरराष्ट्रीय अटारी सीमा पर स्थित इंटेग्रेटिड चेक पोस्ट पहुंचने के बाद इमीग्रेशन व कस्टम की कागजी कार्रवाई करने के बाद उनको पाकिस्तान की ओर रवाना कर दिया गया।
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