Budget 2025: 'MSP देने से भाग रही सरकार...', बजट पर पंढेर का रिएक्शन, 'किसान ही नहीं देश को भी किया गुमराह'
बजट 2025 को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता सरवन सिंह पंढेर ने निराशा जताई है। उनका कहना है कि बजट में किसानों की मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। केंद्र सरकार एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने से बच रही है और देशवासियों को गुमराह कर रही है। बजट में मजदूरों के लिए भी कोई रियायत नहीं दी गई है।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। Budget 2025: शंभू बॉर्डर पर लगभग एक वर्ष से आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता सरवन सिंह पंढेर ने केंद्रीय बजट को किसानों के लिए निराशाजनक करार दिया है। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों की मांगों की पूरी तरह उपेक्षा की गई है।
उन्होंने बताया कि केंद्र एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने से भाग रही है। केंद्र कह रहा है कि अगर सरकार ने एमएसपी पर फसल खरीदी तो देश में 25% महंगाई बढ़ जाएगी। केंद्र झूठ बोल रहा है। देशवासियों विशेष कर किसानों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बजट में मजदूरों के लिए भी कोई रियायत नहीं दी गई है।
प्रताप सिंह बाजवा का भी आया रिएक्शन
वहीं, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने केंद्रीय बजट में किसानों के साथ विश्वासघात किया गया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी समर्थन देने का कोई उल्लेख नहीं है, जो पूरे भारत में करोड़ों किसानों की मांग है। लगभग 57 प्रतिशत भारतीय अभी भी अपने भरण-पोषण के लिए कृषि क्षेत्र पर निर्भर हैं।
सरकार के अपने आंकड़ों के अनुसार, 2021-2022 में सभी किसानों में से 55.4 प्रतिशत पर बकाया ऋण है। एक कृषि परिवार पर औसतन 91,000 रुपये का कर्ज है। इन तथ्यों के बावजूद, केंद्र सरकार ने हमारे किसानों के लिए ऋण माफी या किसानों की आय बढ़ाने के लिए कोई योजना की घोषणा नहीं की है।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में सुधार, गायब है। इस योजना को सुधारने और इसे किसान हितैषी बनाने के लिए कई बदलावों की आवश्यकता है, लेकिन इस बजट में इसे नजरअंदाज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट बिहार को देखकर बनाया गया है।
भाजपा यह भूल गई है कि भारत 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों का एक संघ है। अपने बजट के माध्यम से चुनावी एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए, इसने देश के बाकी हिस्सों की जरूरतों को नजरअंदाज कर दिया है।
कांग्रेस नेता ने भी की बजट की आलोचना
उधर, इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन और सीनियर कांग्रेसी नेती दिनेश बस्सी ने भी बजट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आम बजट में बीजेपी एक बार फिर से किसानों के संघर्ष को भूल गई है और बिहार में आने वाले चुनावों पर फोकस किया गया है ने इसे बेहद निराशाजनक बजट बताया है जो कि सिर्फ अपने फायदे के लिए पेश किया गया है।
दिनेश बस्सी ने कहा कि एक मुहावरा इस बजट पर बिल्कुल सटीक बैठता है, नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने मिडिल क्लास से 54.18 लाख करोड़ का इनकम टैक्स वसूला है और अब वह 12 लाख तक की छूट दे रहे हैं।

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