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    बब्बर खालसा आतंकवादी संगठन के आतंकी महल सिंह की हुई मौत, पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड की रची थी साजिश

    बब्बर खालसा के आतंकी महल सिंह की पाकिस्तान में मौत हाे गई है। वह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्याकांड की साजिश रचने वाला मुख्य आरोपी था। महल को पाकिस्तान में बाबा भट्टी के नाम से जाना जाता है। महल सिंह का भाई सुखदेव सिंह भी आतंकवादी था जो वर्षों पहलेे की मारा जा चुका है। ऐसी जानकारी है कि महल का अंतिम संस्कार लाहौर में किया जाएगा।

    By DHARAMBIR SINGH MALHAR Edited By: Suprabha Saxena Updated: Thu, 27 Mar 2025 07:58 AM (IST)
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    बब्बर खालसा आतंकवादी संगठन का सदस्य महल सिंह

    धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। वर्ष 1990 से भगौड़े घोषित आतंकी महल सिंह बब्बर की पाकिस्तान में मौत हो गई। तरनतारन जिले से संबंधित आतंकी के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड की साजिश का भी केस दर्ज था।

    बावा भट्टी ने नाम से उसको पाकिस्तान में जाना जाता था और इन दिनों वो गुरुद्वारा तंबू साहिब (श्री ननकाना साहिब) में रहता था। बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई )से संबंधित महल सिंह का एक भाई सुखदेव सिंह भी आतंकी था, जो वर्षों पहले मारा जा चुका है।

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    महल सिंह का भाई सुखदेव सिंह भी बीकेआई का सदस्य था

    भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे गांव दासूवाल निवासी जिंद सिंह और मां हरनाम कौर के चार बेटे और तीन बेटियां थी। दो बेटे रसाल सिंह और अंग्रेज सिंह कृषि का कारोबार करते थे जबकि उनसे छोटा महल सिंह और सुखदेव सिंह वर्ष 1986 में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई)से जुड़कर आतंकी वारदातों को अंजाम देते थे। वर्ष 1989 में दोनों को पुलिस ने भगौड़ा घोषित कर दिया था।

    सुखदेव सिंह बब्बर की भी वर्षों पहले मृत्यु हो गई थी। जबकि महल सिंह बब्बर के खिलाफ अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर, फरीदकोट,फिरोजपुर में कई बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम देने के मामले दर्ज है।

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    पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले में मास्टरमाइंड था

    प्रदेश में बेअंत सिंह की सरकार बनते ही आतंकी महल सिंह बब्बर बीकेआई का डिप्टी चीफ घोषित किया जा चुका था। वर्ष 1993 में वे पुलिस से बचने लिए पाकिस्तान भाग गया था। पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले में उक्त आतंकी मास्टरमाइंड के तौर पर जाना जाता रहा है।

    वर्ष 2002,03 में आतंकी महल सिंह बब्बर को फ्रांस में देखा गया था, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने उसकी फ्रांस से भारत लाने की कवायद शुरू की। महल सिंह का अपराधिक रिकॉर्ड इंटरपोल को भेजा गया था, जिस दौरान वह हवालगी से बचने लिए दोबारा पाकिस्तान लौट गया था।

    किडनी खराब होने के कारण हुई मौत

    खुफिया अधिकारियों की मानें तो पाकिस्तान के गुरुद्वारा तंबू साहिब (श्री ननकाना साहिब) में महल सिंह बब्बर रहता था। उक्त गुरुद्वारा साहिब में बकायदा सुरक्षा मुहैया करवाई गई थी, जिसके कारण गुरुद्वारा साहिब में आम संगत कोई भी धार्मिक समागम नहीं करती थी।

    आतंकी महल सिंह बब्बर को वहां बावा भट्टी के नाम से जाना जाता था। दोनों किडनी खराब होने कारण वे लाहौर के निजी अस्पताल में जेरे इलाज रहा, जहां उसकी सोमवार को मौत हुई। बताया जाता है कि लाहौर शहर के बाबू साबू आबादी क्षेत्र के श्मशानघाट में अंतिम संस्कार किया जाना है। अंतिम संस्कार मौके गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी, खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के अलावा पाक से संबंधित एक दो सिख नेता मौजूद होंगे।

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