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    सुखबीर बादल पर जानलेवा हमले पर सियासी संग्राम, सुनील जाखड़ ने AAP पर लगाए गंभीर आरोप; कांग्रेस ने भी जमकर घेरा

    Updated: Wed, 04 Dec 2024 05:41 PM (IST)

    श्री हरमिंदर साहिब (स्वर्ण मंदिर) के बाहर पूर्व उप मुख्यमंत्री व शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल पर जानलेवा हमला हुआ। विपक्ष ने इसे कानून व्यवस्था की विफलता बताया है जबकि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने पंजाब पुलिस की सराहना की है। भाजपा ने हमलावर को खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) से जोड़ा है और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाए हैं।

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    Punjab News: स्वर्ण मंदिर में घटनास्थल का एक दृश्य (जागरण फोटो)

    कैलाश नाथ, चंडीगढ़। श्री हरमिंदर साहिब (स्वर्ण मंदिर) के बाहर पूर्व उप मुख्यमंत्री व शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को जान से मारने की कोशिश को विपक्ष ने कानून व्यवस्था की विफलता बताया है। विपक्ष ने जहां कानून व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े किए हैं।

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    वहीं, सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने मौके पर आरोपित को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस की सराहना की है। पार्टी का कहना है, कानून व्यवस्था ठीक थी तभी आरोपित मौके पर ही पकड़ा गया।

    सुनील जाखड़ ने साधा 'आप' पर निशाना

    वहीं, भाजपा प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने सुखबीर बादल पर हमला करने वाले खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) से जुड़े आतंकी नारायण सिंह चौड़ा का नाम दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री व आप के राष्ट्रीय कनवीनर अरविंद केजरीवाल से भी जोड़ा हैं। उन्होंने कहा कि 2017 में केजरीवाल मोगा में केएलएफ के सदस्य के घर पर रात गुजारी थी। जाखड़ ने इस संबंध में एक खबर भी अपने एक्स पर पोस्ट की।

    विपक्ष इस गोलीकांड को सीधे-सीधे कानून व्यवस्था से जोड़ रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने कहा कि सुखबीर बादल जिन्हें जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है उन पर हमल हो सकता है तो आम लोगों का क्या हाल होगा। पंजाब में जंगल राज है।

    'सीएम मान दें स्पष्टीकरण'

    गैंगेस्टर जेल में बैठ कर रंगदारी मांग रहे है तो कभी पुलिस की कस्टडी में गैंगेस्टर लारेंस विश्नोई का साक्षात्कार किया जाता है। अब तो सुखबीर बादल पर हमला हो गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस पर न सिर्फ स्पष्टीकरण देना चाहिए बल्कि विधान सभा में कानून व्यवस्था पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।

    वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी इस कानून व्यवस्था का विफल होना बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके पीछे सुखबीर बादल के प्रति बढ़ती नफरत भी एक कारण है।

    भले ही सुखबीर के सुरक्षाकर्मी ने हमला करने वाले को रोक लिया लेकिन इसमें पुलिस की भी नालायकी है। क्योंकि जब उन्हें पता था कि आरोपित रेकी कर रहा है तो उन्होंने उसे पहले काबू क्यों नहीं किया।

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    अमन अरोड़ा ने की पंजाब पुलिस की तारीफ

    आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान व कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस मुस्तैद थी तभी नारायण सिंह चौड़ा के इरादों को विफल कर दिया गया।

    अकाली दल द्वारा सीबीआई या न्यायिक जांच की मांग पर उन्होंने कहा कि वह मांग रख सकते हैं लेकिन जब आरोपित मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया और पिस्टल भी मिल गई है तो इसमें सीबीआई जांच जैसी कोई बात रह नहीं जाती है।

    वहीं, सुनील जाखड़ ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि अकाली दल जिस प्रकार से बिखर रहा था उससे इस बात की आशंका थी कि कट्टरवादी ताकतें सर उठाएगी लेकिन यह नहीं पता था कि इतनी जल्दी यह सबकुछ होगा।

    चूंकि पंजाब की कानून व्यवस्था कंगाल हो गई है। उन्होंने बुधवार को हुई घटना को 2017 में केजरीवाल के मोगा में आतंकवादी के घर पर रुकने की घटना से भी जोड़ा। चौड़ा केएलएफ का सदस्य हैं। केजरीवाल भी केएलएफ मुखी के घर पर रुके थे। इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

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