Maharashtra Politics: फडणवीस और शिंदे में चल रहा कोल्ड वार? डिप्टी सीएम ने कई मौकों पर दिखाई नाराजगी
महाराष्ट्र की महायुति सरकार के बीच अनबन की कई खबरें अब सामने आने लगी हैं। हाल के दिनों में विधायकों की सुरक्षा कम करने को लेकर भी कई चर्चाएं की गई। जब महायुति गठबंधन में अटकलों का बाजार गर्म हुआ तो खुद डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक है। हाल के दिनों में डिप्टी सीएम तीन कार्यक्रमों में अनुपस्थित दिखे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ महायुति गठबंधन के नेता भले ही सब कुछ सही होने का दावा कर रहे हों, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला रहा है। पिछले दिनों महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे राज्य में तीन सरकारी कार्यक्रमों में नहीं पहुंचे। उनकी अनुपस्थिति के बाद तमाम कयासों का बाजार गर्म है।
दरअसल, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ठाणे जिले के बदलापुर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के अनावरण, ऐतिहासिक आगरा किले में मराठा राजा की जयंती समारोह और अम्बेगांव बुद्रुक में शिवसृष्टि थीम पार्क के दूसरे चरण के उद्घाटन में उपस्थित नहीं रहे। वहीं, इन तीनों कार्यक्रमों में सूबे के मुखिया देवेंद्र फडणवीस नजर आए।
क्यों लगाए जा रहे कयास?
जानकारी दें कि हाल के दिनों में ही महाराष्ट्र के गृह विभाग ने सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल शिवसेना के 20 विधायकों की सुरक्षा कम कर दी है। इस घटनाक्रम को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच चल रहे शीतयुद्ध से जोड़कर देखा गया।
जिन विधायकों की सुरक्षा को कम किया गया, उनमें सबसे अधिक शिवसेना के विधायक हैं। शिवसेना के 20 विधायकों सहित भाजपा एवं राकांपा (अजीत पवार) के भी कुछ विधायकों की सुरक्षा कम की गई है।
शिंदे ने अटकलों का किया खंडन
हालांकि, महायुति गठबंधन में शीत युद्ध की अटकलों ने जब जोर पकड़ा, उसके बाद राज्य के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का बयान बुधवार को सामने आया। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच मतभेद की अफवाहों को खारिज करते हुए अपने रिश्ते को 'ठंडा ठंडा, कूल कूल' बताया।
नवंबर में बनी महायुति की सरकार
बता दें कि पिछले साल नवंबर में महायुति गठबंधन (भाजपा, शिवसेना और एनसीपी) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। इस विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को 288 सीटों में से 230 सीटें मिली थी। इसके बाद सीएम के चेहरे को लेकर कई दिनों तक मंथन चला था। वहीं, एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया गया तो शिवसेना कार्यकर्ताओं में असंतोष खुलकर सामने आ था।
बीजेपी ने क्या कहा?
इस बीच बीजेपी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। वरिष्ठ भाजपा नेता आशीष शेलार ने मतभेद की बातों को खारिज किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई नाराजगी नहीं है और सरकार एकजुट होकर चल रही है।
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