Shashi Tharoor: 'वे कौन हैं, उनकी पार्टी में हैसियत क्या है'; कांग्रेस नेता पर ही भड़के शशि थरूर
शशि थरूर हाल ही में अपने बयानों के कारण चर्चा में हैं खासकर पीएम मोदी की लीडरशिप की प्रशंसा करने पर। वहीं कांग्रेस नेता मुरलीधरन ने थरूर पर निशाना साधा जिसके जवाब में थरूर ने पूछा कि ऐसे कहने वाले लोग कौन हैं और पार्टी में उनका क्या पद है। मुरलीधरन ने कहा था कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर रुख बदलने तक थरूर को पार्टी कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किया जाएगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों में अपने बयानों को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर काफी चर्चा में हैं। गत कुछ समय में जिस तरह शशि थरूर ने पीएम नरेंद्र मोदी की लीडरशिप की प्रशांसा की है, वो कांग्रेस के आलाकमान को रास नहीं आ रही। इस बीच रविवार को कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने थरूर पर निशाना साधा था।
अब के. मुरलीधरन की टिप्पणी पर अब शशि थरूर ने पलटवार किया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपनी ही पार्टी के दिग्गज नेता मुरलीधरन पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसी टिप्पणी करने वाले ये लोग कौन हैं और पार्टी में उनका क्या पद है।
क्या बोले थे मुरलीधरन?
बता दें कि अपनी पार्टी के नेता शशि थरूर पर निशाना साधते हुए हाल के दिनों कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने कहा कि जब तक वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अपना रुख नहीं बदलते, उन्हें राज्य की राजधानी में किसी भी पार्टी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाएगा।
इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य थरूर को अब हम में से एक नहीं माना जाता।
थरूर ने किया पलटवार
कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता के. मुरलीधरन ने पलटवार करते हुए कहा कि सबसे पहले तो मुझे लगता है कि जो लोग यह कह रहे हैं, उनके पास ऐसा कहने का कोई आधार भी होना चाहिए। वे कौन हैं? उनकी पार्टी का क्या रुख है? मैं जानना चाहूंगा।
राष्ट्र सर्वोपरि है: थरूर
जानकारी दें कि केरल में पत्रकारों से बात करते हुए मुरलीधरन ने कहा था, "जब तक वह (थरूर) अपना रुख नहीं बदलते, हम उन्हें तिरुवनंतपुरम में आयोजित किसी भी पार्टी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करेंगे। वह हमारे साथ नहीं हैं, इसलिए उनके किसी कार्यक्रम का बहिष्कार करने का सवाल ही नहीं उठता।
मालूम हो कि कांग्रेस नेता मुरलीधरन की ये प्रतिक्रिया शशि थरूर के उस बयान के एक दिन बाद आई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि राष्ट्र सर्वोपरि है और पार्टियां देश को बेहतर बनाने का माध्यम हैं। (इनपुट पीटीआई के साथ)
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