Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'अगर भारत ही नहीं रहा तो...', नेहरू के नारे का जिक्र कर शशि थरूर ने कांग्रेस को सुनाया

    Updated: Sat, 19 Jul 2025 11:30 PM (IST)

    कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य शशि थरूर ने कहा है कि राष्ट्र सर्वोपरि है और पार्टियां देश को बेहतर बनाने का माध्यम हैं। उन्होंने शांति सद्भाव और राष्ट्रीय विकास पर बोलते हुए ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार की सराहना का बचाव किया। थरूर ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में अन्य दलों के साथ सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।

    Hero Image
    थरूर ने कहा कि पार्टी का उद्देश्य बेहतर भारत का निर्णाण करना है (फोटो: पीटीआई)

    पीटीआई, कोच्चि। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने कहा है कि राष्ट्र को सर्वोपरि रखा जाना चाहिए और पार्टियां देश को बेहतर बनाने का एक माध्यम हैं। थरूर ने कहा कि किसी भी पार्टी का उद्देश्य बेहतर भारत का निर्णाण करना होता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    थरूर 'शांति, सद्भाव और राष्ट्रीय विकास' विषय पर आयोजित एक निजी कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर नरेंद्र मोदी सरकार की सराहना के बाद मिली आलोचना पर पूछे गए सवाल पर अपना जवाब दिया।

    थरूर बोले- अपने रुख पर अड़ा रहूंगा

    थरूर ने कहा कि वह देश के सुरक्षा बलों और सरकार का समर्थन करने के रुख पर अडिग रहेंगे, क्योंकि देश के लिए यह सही है। थरूर ने कहा कि पार्टियों को इससे असहमत होने का अधिकार है, लेकिन मेरे विचार से राष्ट्र सर्वोपरि है। थरूर

    उ्होंने कहा कि पार्टियाँ राष्ट्र को बेहतर बनाने का एक माध्यम हैं। इसलिए, मेरे विचार से, आप चाहे किसी भी पार्टी से हों, पार्टी का उद्देश्य अपने तरीके से एक बेहतर भारत का निर्माण करना है। आप जानते हैं कि बहुत से लोग मेरे रुख के कारण मेरी आलोचना करते रहे हैं। लेकिन मैं अपनी बात पर अड़ा रहूंगा।

    राष्ट्रीय सुरक्षा के हित का दिया हवाला

    • शशि थरूर ने कहा कि दुर्भाग्य से राजनीति अब लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा का जरिया बन गई है। जब मेरे जैसे लोग कहते हैं कि हम पार्टियों का सम्मान करते हैं, तो हम उन वैल्यू और विश्वास की बात करते हैं, जो हम पार्टी में बनाए रखते हैं। लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में हमें अन्य पार्टियों के साथ सहयोग करने की आवश्यकता है।
    • थरूर ने कहा कि कभी-कभी पार्टियां इसे बेवफाई समझ लेती हैं और तब यह एक समस्या बन जाती है। जब कार्यक्रम के बाद पत्रकारों ने थरूर से पूछा कि क्या उन्हें कांग्रेस आलाकमान से कोई समस्या है, तो उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय हित में विश्वास करता हूं।

    यह भी पढ़ें- 'पहले आप ये तय करें किस पार्टी से हैं...', थरूर ने इशारों में जताई सीएम बनने की इच्छा तो मुरलीधरन ने कसा तंज