गुजरात विधानसभा चुनाव में 'तुरुप का इक्का' साबित हुई BJP की यह रणनीति, विपक्ष भी रह गया हक्का-बक्का
गुजरात को भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिक प्रयोगशाला कहा जाता है। विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए पिछले साल भाजपा ने एक प्रयोग किया जिसके सफल होने के बाद पार्टी ने इतिहास रच दिया और रिकार्ड 156 सीटों पर जीत दर्ज की।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने अब तक के जीत के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए। पार्टी ने 156 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस को महज 17 सीटों से संतोष करना पड़ा। भाजपा की प्रचंड जीत के पीछे एक साल पहले सरकार में किए गए बदलाव भी काफी महत्वपूर्ण साबित हुए।
सितंबर 2021 में सीएम बने भूपेंद्र पटेल
भाजपा ने विधानसभा चुनाव से करीब 15 महीने पहले विजय रुपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया था। सरकार में शामिल सभी मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा था। पहले किसी भी सरकार में ऐसा देखने को नहीं मिला था, जब पूरे मंत्रिमंडल को ही इस्तीफा देना पड़ा हो।
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नए चेहरों को मौका
भाजपा ने सत्ता विरोधी लहर का सामना करने के लिए सरकार में सभी नए चेहरों को शामिल किया। उसकी यह रणनीति कामयाब रही और पार्टी ने अब तक के जीत के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए। चुनाव में जब टिकट बंटवारे की बात आई तो भी नए चेहरों पर दांव लगाया गया। पार्टी ने 182 में से 103 सीटों पर नए चेहरों को टिकट दिया। वहीं, पांच मंत्रियों समेत 38 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए।
भाजपा ने माकपा की बराबरी की
बता दें, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने पश्चिम बंगाल में लगातार सात विधानसभा चुनाव जीते थे। अब भाजपा ने इसकी बराबरी कर ली। भाजपा ने राज्य में जीत का अब तक का सारा रिकार्ड तोड़ दिया। राज्य की 86 प्रतिशत सीटों को जीतने में पार्टी कामयाब रही।
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