'शुरुआत कांग्रेस ने की थी... मोदी जी को कोई श्रेय नहीं जाता', तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर दिग्विजय सिंह का बयान
दिग्विजय सिंह कहना है कि कांग्रेस सरकार के कारण ही अमेरिका से तहव्वुर राणा को भारत लाया जा सका है। उन्होंने तर्क दिया कि यूपीए सरकार ने सही समय पर तहव्वुर राणा नाम जांच में डाला था। इसके कारण उसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया और भारत भेजना पड़ा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम का कहना है कि तहव्वुर के प्रत्यर्पण की जमीन कांग्रेस सरकार ने तैयार की थी।
एएनआई, नई दिल्ली। तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा नेताओं में क्रेडिट लेने की होड़ मची है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि 26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा का भारत प्रत्यर्पण सिर्फ यूपीए सरकार की वजह से संभव हो सका है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी को इसका श्रेय देने की कोई जरूरत नहीं है।
'सही समय पर यूपीए सरकार ने राणा का नाम डाला'
दिग्विजय सिंह ने कहा कि तहव्वुर राणा 26/11 हमलों में शामिल था। उसका प्रत्यर्पण केवल यूपीए सरकार की वजह से संभव हो सका। यूपीए सरकार ने सही समय पर उसका नाम जांच में डाला और उसे अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया। 14 साल की कैद पूरी करने के बाद उसे भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया। इसकी शुरुआत कांग्रेस ने की थी। इसका कोई श्रेय मोदी जी को नहीं जाता है।
पी चिदंबरम ने भी की आलोचना
उधर, 10 अप्रैल को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का श्रेय लेने पर मोदी सरकार की आलोचना की। उनका कहना है कि यूपीए सरकार ने इसकी जमीनी तैयारी की थी। चिदंबरम ने कहा कि फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसका श्रेय लेने की कोशिश की जो मूलत: यूपीए सरकार के वर्षों के जमीनी काम का नतीजा है।
18 दिन की हिरासत में आतंकी राणा
8 अप्रैल 2025 को अमेरिकी अधिकारियों ने तहव्वुर राणा को भारतीय अधिकारियों को सौंपा। इसके बाद उसे 10 अप्रैल को नई दिल्ली लाया गया। अभी राणा 18 दिन की हिरासत में है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उससे गहन पूछताछ करने में जुटी है। 64 वर्षीय तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है। मुंबई हमले में शामिल होने के कारण उसे अमेरिका के शिकागो से गिरफ्तार किया गया था। भारत में उसके खिलाफ 10 आपराधिक मामलों में मुकदमा चलाया जाएगा।
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