'बिहार में चुनावी भाषण देने गए थे', पहलगाम हमले पर सर्वदलीय बैठक में शामिल न होने पर खरगे ने की PM मोदी की आलोचना
कांग्रेस अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के स्थान पर बिहार में चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। कहा यदि वह (मोदी) बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं तो इसका मतलब है कि वह इसे लेकर गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी और अंग्रेजी में बोलने के स्थान पर आपको यह बताना चाहिए था कि यह आतंकी हमला कैसे हुआ।

पीटीआई, बेंगलुरु। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल न होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की। दावा किया कि सरकार ने दिल्ली में हुई बैठक में सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की है। पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित करने के संबंध में उन्होंने सरकार से पूछा कि वह पानी कहां संग्रहित करेगी।
सरकार ने सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की
खरगे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेता मौजूद थे। इसमें मैंने कहा था कि जब सरकार बैठक बुलाती है तो प्रधानमंत्री को मौजूद रहना चाहिए। चूंकि, वह मौजूद नहीं थे, इसलिए मैंने कहा कि यह सही नहीं है।
बिहार में पीएम की रैली में उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के स्थान पर बिहार में चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। कहा, यदि वह (मोदी) बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं तो इसका मतलब है कि वह इसे लेकर गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी और अंग्रेजी में बोलने के स्थान पर आपको यह बताना चाहिए था कि यह आतंकी हमला कैसे हुआ।
तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद हुआ हादसा
खरगे ने अफसोस जताते हुए कहा कि तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद सरकार लोगों की सुरक्षा नहीं कर सकी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि फिर भी, राष्ट्र और उसकी एकता के दृष्टिकोण से, हमने उनसे कहा कि हम सब एक साथ आएं और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करें। हमने यह भी बताया कि हम इस मामले में सरकार के फैसले का समर्थन करने के लिए एकजुट हैं।
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों से खुश हैं, तो खरगे ने कहा कि अभी उन बातों को रेखांकित करने का समय नहीं है। जब परिस्थिति आएगी तो हम बता देंगे, लेकिन अभी उन बातों को बताना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार के साथ एकजुट होकर खड़ा हुआ जाए और उसके द्वारा लिए गए निर्णयों में गलती न निकाली जाए।
सिंधु जल संधि को लेकर खरगे ने उठाए सवाल
पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित रखने के भारत के फैसले पर खरगे ने कहा कि अगर आप (सरकार) पानी रोकने का फैसला करते हैं, तो आप इसका भंडार कहां करेंगे? क्या हमारे पास ऐसे बांध हैं? लेकिन ये सवाल बाद में उठेंगे, अभी नहीं।
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