प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर भाजपा लड़ेगी गुजरात विधानसभा चुनाव, लोगों का मिल रहा बड़ा रुझान
चुनाव प्रचार की मुख्य बागडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हाथों में है। वह पिछले तीन महीने से लगातार यात्राएं कर रहे हैं। वह प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे हैं। उनके स्वागत में गुजरात की सड़कों के दोनों ओर हजारों की भीड़ जमा देखी गई।
नई दिल्ली/गांधी नगर, आनलाइन डेस्क। गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) की घोषणा कभी भी हो सकती है। 14 वीं गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी, 2023 को समाप्त होने वाला है। इसके बावजूद सभी दल चुनावों की तैयारी जोरों- शोरों से चल रही है। इन सबमें सबसे आगे भाजपा है। भाजपा ने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव प्रचार की मुख्य बागडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हाथों में है। वह पिछले तीन महीने से लगातार राज्य की यात्राएं कर रहे हैं। वह प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे हैं। वह राज्य के अलग-अलग शहरों में रोडशो कर रहे हैं। उनके स्वागत में गुजरात की सड़कों के दोनों ओर हजारों की भीड़ जमा देखी गई। उन्हें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। यही कारण है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी को घेरने के बजाय भाजपा के स्थानीय नेताओं की घेराबंदी कर रही हैं। पार्टी विधानसभा चुनाव को ‘कांग्रेस बनाम मोदी’ की जंग बनाने से परहेज करना चाहती है। अगर वह पीएम मोदी की घेराबंदी करेंगी, तो वह बैकफायर भी कर सकता है और इससे भाजपा का फायदा मिल सकता है।
राज्य में भाजपा निकाल रही गुजरात गौरव यात्रा
इसके अलावा भाजपा राज्य में गुजरात गौरव यात्रा निकाल रही है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित दर्जन भर केंद्रीय मंत्री शामिल हो रहे हैं। वहीं इस यात्रा में गुजरात के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, तमाम मंत्री और राजनेता शामिल हो रहे हैं। इसको अभूतपूर्व समर्थन भी मिल रहा है। पिछले दिनों गुजरात में डिफेंस एक्पो का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था।
पीएम मोदी के कंधों पर गुजरात विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी
देश में कहीं भी चुनाव हो तो भाजपा पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ती है और उनमें जीत भी हासिल करती है, लेकिन गुजरात पीएम मोदी का गृह राज्य है, इसलिए उनके कंधों पर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी यही देखी जा रही है। वैसे गुजरात में भाजपा पिछले 27 वर्षों से सत्ताधारी दल है। इसके बावजूद माना जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने में भाजपा को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। इसके प्रमुख वजह यह है कि भाजपा ने शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, सड़कें, उद्योग जैसे सभी प्रमुख क्षेत्रों में इतना काम किया है कि वह देश के शीर्ष राज्यों में शुमार है। इसके बावजूद भाजपा चुनावों को लेकर किसी प्रकार का कोई कोर कसर नहीं रखाना चाहती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने तथा हर वर्ग में समुदाय के लोगों को पार्टी के कार्यक्रमों से जोड़ने के निर्देश दिए हैं।
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कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी उतरीं मैदान में
विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले विपक्ष बिखरा हुआ नजर आ रहा है। कांग्रेस के ग्रामीण इलाकों में गांव-गांव घर-घर जनसंपर्क अभियान चला रही है। वैसे पिछली बार की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस चुनाव प्रचार में कहीं नहीं दिखाई दे रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में लोगों से बातचीत में ऐसा माना जा रहा है कि चुनावों की घोषणा से पहले ही कांग्रेस चुनाव हार चुकी है। उसके अलावा दूसरी प्रमुख पार्टी आम आदमी पार्टी राज्य में जोर- शोर से चुनाव लड़ रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के कई नेता लगातार गुजरात का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान वह चुनाव गांरटी की घोषणा कर रहे हैं। इससे राज्य में लोगों की उत्सुकता बढ़ गई है। चूंकि, पार्टी पहली बार गुजरात में दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है। ऐसे में देखना है कि पार्टी राज्य में कितनी सीटें और कितने फीसद वोट हासिल करती है। पंजाब विधानसभा चुनाव के जीतने के बाद पार्टी का मुख्य ध्यान राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर है।
पिछली गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टियों के रिजल्ट
गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं, जिनमें से 40 सीट आरक्षित हैं। इनमें 13 सीटें अनुसूचित जाति (Scheduled Caste) के लिए और अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribe) के लिए 27 सीटें रिजर्व हैं। 2017 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को 99, कांग्रेस को 77 सीटें मिलीं थीं। साथ ही भारतीय ट्राइबल पार्टी को 2 सीटें, एनसीपी को 1 सीट मिली थी। 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे।
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